लंदन। पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर घातक आतंकी हमले के बाद भारत में यह मांग लगातार तेज होती जा रही है कि टीम इंडिया को इंग्लैंड में होने वाले एकदिवसीय विश्व कप में पाकिस्तान के साथ अपना मैच नहीं खेलना चाहिए, लेकिन अंतराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को पूरा यकीन है कि दोनों टीमों के बीच 16 जून को मैनचेस्टर में यह मुकाबला खेला जाएगा।
भारत और पाकिस्तान में स्थिति पुलवामा की घटना के बाद लगातार तनावपूर्ण होती जा रही है। विश्व कप में 100 दिन का समय बाकी है और विश्व कप के आयोजकों की सांसें इस मुकाबले को लेकर अटकी हुई हैं। पुलवामा की घटना के बाद भारत में यह मांग लगातार उठ रही है कि भारत विश्व कप में पाकिस्तान के साथ अपने मैच का बहिष्कार करे।
ICC और विश्व कप आयोजन समिति को हालांकि भरोसा है कि इस तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद दोनों टीमें अपना मुकाबला खेलेंगी। यह मैच विश्व कप का सबसे बड़ा मुकाबला है और ICC ने जब इसके लिए टिकटों की बिक्री खोली थी तो इसके लिए 5 लाख से ज्यादा आवेदन आए थे। इसके मुकाबले तो लॉर्ड्स में 14 जुलाई को होने वाले फाइनल में के लिए लगभग ढाई लाख आवेदन ही आए थे।
दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों ने इस संदर्भ में अब तक कोई सार्वजनिक बयान जारी नहीं किया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के शीर्ष अधिकारियों का मानना है कि जून की स्थिति के बारे में अभी से भविष्यवाणी करना उचित नहीं होगा। आईसीसी की त्रिमासिक बैठक अगले सप्ताह दुबई में होनी है, जहां दोनों बोर्डों के प्रतिनिधि इस पर आपसे में विचार-विमर्श कर सकेंगे।
आईसीसी के निवर्तमान मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेविड रिचर्डसन ने कहा कि विश्व कप मुकाबले को लेकर किसी भी बोर्ड की तरफ से यह संकेत नहीं आया है कि यह नहीं खेला जाएगा और आईसीसी ने भी किसी बोर्ड को कुछ नहीं लिखा है।
रिचर्डसन ने साथ ही कहा कि हमारी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जो इस घटना से प्रभावित हुए हैं। हम बीसीसीआई और पीसीबी सहित सभी सदस्यों के साथ स्थिति पर निगरानी रखे हुए हैं। ऐसा कोई संकेत नहीं है भारत-पाकिस्तान मुकाबला नहीं खेला जाएगा लेकिन हम स्थिति पर निगरानी जारी रखेंगे।