जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के आत्मघाती हमले में 40 से ज्यादा जवानों की शहादत के बाद देश की जनता में आक्रोश है। भारत की जनता पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की बात कह रही है। अगर भारत और पाकिस्तान में युद्ध छिड़ जाता है तो इसका असर दोनों देशों पर नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर होगा। आइए जानते हैं क्या होगा असर...
मिट जाएगा पाकिस्तान : सामरिक दृष्टि से देखा जाए तो भारत के सामने पाकिस्तान कहीं भी नहीं ठहरता है। अगर युद्ध होगा तो पाकिस्तान का नामोनिशान मिट जाएगा। भारत के पास 4400 से ज्यादा युद्धक टैंक हैं। 6700 से ज्यादा बख्तरबंद गाड़ियां है। इसके अलावा 300 स्वचालित तोप व 7000 से ज्यादा अन्य तोपें भी भारत के पास हैं। 29 रॉकेट प्रोजेक्टर भी दुश्मन के दांत खट्टे करने के लिए भारत के पास हैं। नौसेना और वायुसेना के मामले में पाकिस्तान भारत का मुकाबला कर ही नहीं पाएगा।
टूट जाएगा पाकिस्तान : आतंकवादियों की पनाहगाह बना पाकिस्तान इस समय आंतरिक संकट से भी जूझ रहा है। बलूचिस्तान, सिंध, पीओके और खैबर पख्तून इलाके के लोग खुद को स्वतंत्र घोषित करने के लिए तैयार बैठे हैं। वर्षों से वे पाकिस्तान से आजाद होने की मांग करते आ रहे हैं। यदि युद्ध छिड़ता है तो पाकिस्तान में गृहयुद्ध भी भड़क सकता और बांग्लादेश की तरह पाकिस्तान के 3-4 टुकड़े और हो सकते हैं।
पाकिस्तान में फैल जाएगी भुखमरी : भारतीय अर्थव्यवस्था के मुकाबले पाकिस्तान कहीं भी नहीं टिकता है। वर्तमान में भी पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर है। अगर दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ गया तो पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति चरमरा जाएगी। वहां भुखमरी के हालात पैदा हो जाएंगे। पाकिस्तान पर वर्तमान में इतना कर्ज है कि वह हर रोज 11 अरब रुपए से ज्यादा का ब्याज चुका रहा है।
परमाणु बमों से फैलेगी तबाही : भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु हथियारों से लैस हैं। ऐसी स्थिति में यदि युद्ध होता है तो इतनी तबाही होगी, जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है। द्धितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका द्वारा जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम के जख्म आज तक नहीं भरे हैं। आने वाली पीढ़ियां भी परमाणु बम को दंश को झेल रही हैं।
छिड़ सकता है तीसरा विश्व युद्ध : भारत और पाकिस्तान के बीच अगर जंग छिड़ती है तो तीसरे विश्व युद्ध की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। चीन का झुकाव पाकिस्तान की तरफ है और अमेरिका चीन विरोध के चलते भारत के साथ खड़ा हो सकता है। यदि विश्वयुद्ध छिड़ गया तो फिर इससे होने वाली तबाही की कल्पना करना भी मुश्किल है।
भारत भी अछूता नहीं रहेगा : युद्ध की स्थिति में भारत और उसकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर होगा। युद्ध पर अरबों रुपए खर्च होंगे और भारतीय अर्थव्यवस्था कई साल पीछे चली जाएगी।
हो सकती है जनहानि : पिछले दिनों पुलवामा धमाके में ही 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवानों शहीद हो गए थे, दूसरी जब आमने-सामने का युद्ध होगा भारत को भी कई सैनिक गंवाना पड़ेंगे। क्योंकि हम 1962, 1962 और 1971 में युद्ध की विभीषिका झेल चुके हैं।
दुनिया में छा जाएगी आर्थिक मंदी : इस युद्ध के असर से दुनिया भी अछूती नहीं रहेगी। युद्ध की स्थिति में पूरी दुनिया के व्यापार-व्यवसाय पर नकारात्मक असर होगा। कोई आश्चर्य नहीं कि दुनिया एक बार फिर आर्थिक मंदी की चपेट में आ जाए। (वेबदुनिया न्यूज डेस्क)