नई दिल्ली। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के पुलवामा हमले पर सबूत मांगने पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। रक्षा मंत्री और भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पर्याप्त सबूतों के बाद भी पाकिस्तान आतंकियों पर कार्रवाई नहीं करता है। इमरान की धमकी पर कहा कि भारत सरकार ने कहा कि यह 1948 का नहीं 2019 का हिन्दुस्तान है।
पाक पीएम इमरान खान ने कहा था कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान के खिलाफ अगर भारत के पास कोई सबूत हो तो वह पेश करे। इमरान ने कहा कि भारत सरकार का ये कहना कि पुलवामा आतंकी हमले में पाक फौज का हाथ है सरासर गलत और तथ्यों से परे है।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पाकिस्तान सरकार पर जमकर निशाना साधा। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से भी कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज की गई।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमें इस बात को लेकर थोड़ा भी आश्चर्य नहीं है कि पाकिस्तान ने पुलवामा हमले को आतंकी हमला मानने से इंकार कर दिया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि पाक पीएम इमरान खान ने न तो पुलवामा हमले की निंदा की और न ही शोक संतप्त परिवारों के बारे में संवेदना जताई। रक्षा मंत्री ने कहा कि पुलवामा हमले जैसी किसी भी घटना को भविष्य में रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। हम ग्राउंड लेवल पर जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं।
इमरान ने पढ़ी सेना की लिखी स्क्रिप्ट : भारत सरकार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान के जवाब में कहा है कि इमरान खान ने सेना की लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ी। पहले भी भारत ने पठानकोट, उरी, मुंबई हमलों पर सबूत दिए थे, लेकिन पाकिस्तान ने क्या किया? उन्हें क्या सबूत चाहिए...? जैश-ए-मोहम्मद हमले की ज़िम्मेदारी ले चुका है। सभी जानते हैं, जैश का ठिकाना कहां है। इमरान की धमकी पर कहा कि यह भारत 1948 का नहीं 2019 का भारत है।
जैश ने ली थी जिम्मेदारी : भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि 14 फरवरी के दिन जैश ए मोहम्मद ने पुलवामा में आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन पाकिस्तान के पीएम ने उस दावे को ठुकरा दिया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि जैश की तरफ से दोबारा वीडियो जारी किया गया। इसमें दो राय नहीं है कि मसूद अजहर पाकिस्तान में है और उसकी मौजूदगी ही अपने आप में कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान के पास पर्याप्त सबूत हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक पाकिस्तान का यह कहना है कि अगर भारत की तरफ से पर्याप्त सबूत उपलब्ध कराए जाते हैं तो वो जांच में सहयोग करेगा। लेकिन ये अपने आप में पाकिस्तान की तरफ से बहानेबाजी है। अगर मुंबई हमलों को देखें तो उस संबंध में पाकिस्तान को पर्याप्त सबूत दिए गए हैं, लेकिन उस मामले में 10 साल बीत चुके हैं और हर किसी को पता है कि क्या कुछ हुआ है।
पठानकोट में हमला हुआ था। उस मामले में पाकिस्तान ने कुछ नहीं किया। पाकिस्तान की तरफ से पुख्ता कार्रवाई का वादा किया गया, लेकिन वादे खोखले साबित हुए। नए पाकिस्तान में पाक सरकार के मंत्री हाफिज सईद के साथ मंच पर दिखाई देते हैं, जिस पर संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधित लगा चुका है।
चेतावनी पर बोले मंत्री, सरकार को पता है क्या करना है : केंद्रीय मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि सुरक्षा और जांच एजेंसियों के पास इस संबंध में पुख्ता सबूत हैं और पाकिस्तान को इससे साफ-साफ अवगत करा दिया गया है। राठौड़ ने कहा कि अब, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा है, सुरक्षा बलों को पूरी अजादी दे दी गई है और वे योजनाबद्ध तरीके से आगे काम करेंगे। खान की चेतावनी के संबंध में सवाल करने पर उन्होंने कहा कि भारत और उसकी सरकार को पता है कि देश को कैसे सुरक्षित रखना है और वे ऐसा करेंगे।