रांची के जेसीए अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में हुआ भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका का मैच एक नए नियम से खेला गया। 34 ओवर के बाद गेंदबाजी कर रही टीम को कोई एक गेंद चुनने को मिली जिससे बाकी के 16 ओवर पूरे होंगे। भारत की पारी के दौरान विराट कोहली ने चुनी हुई गेंद पर जबरदस्त प्रहार किया और धीमे लग रहे शतक को तेज बनाया।
वहीं दक्षिण अफ्रीका की पारी में भी 34 ओवर के बाद केएल राहुल ने गेंद चुनी। लेकिन 5 ओवर बाद यह बहुत गीली हो गई। रविंद्र जड़ेजा जब अंपायर के पास इसे बदलने के लिए गए तो उन्होंने वह गेंद थमा दी जिसे टीम ने 34 के बाद नकारा था। गौरतलब है कि एकदिवसीय क्रिकेट में दो छोर से दो नई गेंदो से गेंदबाजी होती है।
मैच की बात करें तो भारत ने दक्षिण अफ्रीका को दिल थाम देने वाले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 17 रनों से हराकर रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली है।
भारत द्वारा दिए गए 350 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी द.क्षिण अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम ने पहले 3 विकेट 11 रनों पर ही गंवा दिए। इसके बाद ब्रिट्जके और जोर्जी के बीच अर्धशतकीय साझेदारी हुई।
जोर्जी के आउट होने के बाद डेवाल्ड ब्रेविस क्रीज पर आए और उन्होंने भी कुछ अच्छई हाथ दिखाएलेकि वह जब आउट हुए तो लगा कि मैच अब खत्म। असली परेशानी यानसेन लेकर आए जो ब्रिट्जके से भी ज्यादा तेज खेलने लग गए और जरूरी रन रेट को एक दम पास लेकर आ गए।
उनके और ब्रिट्जके के आउट होने के बाद भारतीय फैंस ने राहत की सांस ली लेकिन फिर कॉर्बिन बॉश उनके लिए सिरदर्द बनकर उतरे और मैच को अंतिम ओवर तक ले गए जहां उनका अंतिम विकेट गिरा।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से ब्रट्जके, यान्सेन और बॉश के 3 अर्धशतक आए जिसकी बदौलत टीम 332 रनों तक पहुंची। भारत की ओर से कुलदीप यादव ने 10 ओवर में 68 रन देकर सर्वाधिक 4 विकेट लिए। वहीं हर्षित राणा ने 3 विकेट लिए।
इससे पहले भारत ने विराट कोहली के 120 गेंदे 135 रन, रोहित शर्मा 51 गेंदे 57 रन और केएल राहुल 60 रनों की बदौलत 50 ओवर में 349 रन बनाए थे।