नॉटिंघम। लगातार बारिश के कारण भारत से इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में जीत का मौका छिन गया जब 5वें और अंतिम दिन रविवार को यहां एक भी गेंद फेंके बिना दिन का खेल रद्द होने से दोनों टीमों को अंक बांटने पर बाध्य होना पड़ा।
भारत को अंतिम दिन जीत के लिए 157 रन और बनाने थे जबकि उसके नौ विकेट शेष थे लेकिन लगातार बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की अंक प्रणाली के तहत दोनों टीमों को चार-चार अंक मिले। कोहली ने मैच के बाद कहा कि हम तीसरे और चौथे दिन बारिश की उम्मीद कर रहे थे लेकिन यह पांचवें दिन आ गई। खेलना और मैच को देखना मजेदार होता लेकिन यह शर्मनाक है।
खराब मौसम के कारण पहले टेस्ट में संभावित 450 ओवरों में से 250 से कुछ अधिक ओवर ही फेंके जा सके। भारत को इंग्लैंड ने 209 रन का लक्ष्य दिया था। इसके जवाब में मेहमान टीम ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक एक विकेट पर 52 रन बना लिए थे। मैच में काफी ओवर बारिश की भेंट चढ़ गया जिससे विराट कोहली और उनकी टीम से जीत दर्ज करके 12 अंक अपने नाम करने का मौका छिन गया।
आसमान में बादल छाए होने से सीम और स्विंग के अनुकूल हालात के बावजूद इंग्लैंड के लिए भारत को लक्ष्य हासिल करने से रोकना आसान नहीं होता। लोकेश राहुल ने भारत की पहली पारी में 84 रन बनाकर दिखा दिया था कि इस पिच पर रन बनाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है लेकिन पिच ऐसी नहीं थी कि इस पर बल्लेबाजी नहीं की जा सके। भारत के लिए हालांकि पहले टेस्ट में काफी सकारात्मक पक्ष रहे। भारत ने हाल के समय में 2007 और 2014 की श्रृंखला के अलावा इंग्लैंड में हमेशा पहला टेस्ट गंवाया है और इस लिहाज से यह नतीजा अच्छा कहा जा सकता है।
इंग्लैंड में ही 2018 में खराब फॉर्म के कारण राहुल ने टेस्ट टीम में अपनी जगह गंवा दी थी। उस दौरे के बाद उन्हें स्वदेश में वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला में भारतीय टीम में जगह नहीं मिली थी। यहां तक कि ओवल में शतक के बावजूद वह टीम में अपनी जगह नहीं बचा पाए थे।
हालांकि जेम्स एंडरसन की कुछ गेंदों के बल्ले का किनारा लेकर स्लिप की ओर जाने के बावजूद पहले टेस्ट में राहुल काफी आश्वस्त दिखे। बल्लेबाजी करते हुए राहुल का अनुशासन हालांकि काबिलेतारीफ रहा। वह शारीर के करीब खेलने के लिए तैयार थे और आफ स्टंप के बाहर की अधिकांश गेंदों से छेड़छाड़ नहीं की।
राहुल का प्रदर्शन सबसे सकारात्मक पक्ष रहा जो जसप्रीत बुमराह के योगदान को नकारा नहीं जा सकता जो मैच में नौ विकेट चटकाकर एक बार फिर लय में लौटे। न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में बुमराह बिलकुल भी लय में नहीं थे। इसके अलावा आस्ट्रेलिया दौरे और स्वदेश में इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला में भी उनका प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा।
पहले टेस्ट में बुमराह ने अपनी फुल लेंथ गेंदों से लगभग सभी बल्लेबाजों को परेशान किया। पिछले कुछ मैचों में बुमराह की यॉर्कर प्रभावी नहीं थी लेकिन इंग्लैंड की दूसरी पारी में उनके यॉर्कर सटीक थे।
टीम प्रबंधन ने इसके अलावा रविंद्र जडेजा को बल्लेबाजी आलराउंडर और शारदुल ठाकुर को अतिरिक्त तेज गेंदबाज के रूप में खिलाने का फैसला किया जो सही साबित हुआ। शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को हालांकि 12 अगस्त से लार्ड्स में शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट में बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
बाकी टेस्ट के लिए वहीं टीम : भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ वर्षा से प्रभावित पहले टेस्ट के रविवार को ड्रॉ होने के बाद कहा कि यह टीम आगे बढ़ते हुए हमारे लिए आदर्श टीम होगी। इसका मतलब है कि भारत पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के बाकी बचे मैचों में भी चार तेज गेंदबाजों और एक स्पिनर के संयोजन के साथ उतर सकता है।
ऐसे में बाकी बचे चार मैचों में रविंद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन में से किसी एक को ही खेलने का मौका मिलेगा। पहले टेस्ट में अश्विन पर जडेजा को तरजीह दी गई। पांचवें और अंतिम दिन बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी जिससे भारत से जीत का मौका छिन गया।
कोहली ने मैच के बाद कहा कि हम तीसरे और चौथे दिन बारिश की उम्मीद कर रहे थे लेकिन यह पांचवें दिन आ गयी। खेलना और मैच को देखना मजेदार होता लेकिन यह शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि हम यही करना चाहते थे, मजबूत शुरुआत। पांचवें दिन हमें पता था कि हमारे पास मौका है। हम निश्चित तौर पर महसूस कर रहे थे कि हम अपने खेल के शीर्ष पर हैं।
कोहली ने कहा कि बढ़त हासिल करना महत्वपूर्ण था लेकिन यह शर्मनाक है कि हम पांचवें दिन को खत्म नहीं कर पाए। कल रात 50 रन बना लेना महत्वपूर्ण था। हम बचने के लिए नहीं खेलना चाहते थे। हमारे जज्बे ने हमें आगे रखा। यह हमारे गेंदबाजों की तीन हफ्ते की बल्ले से कड़ी मेहनत का नतीजा है। उन्होंने कहा कि हम 40 रन के आसपास की बढ़त ही बात कर रहे थे लेकिन 95 रन की बढ़त हासिल करने में सफल रहे और यह रन सोने की तरह थे।
भारतीय कप्तान ने कहा कि पूरी संभावना है कि यह इस श्रृंखला में हमारे लिए आदर्श रहेगा लेकिन सामंजस्य बैठाना हमारा मजबूत पक्ष है। हालात और विकेट की गति को देखने की जरूरत है। भारत और इंग्लैंड के बीच मुकाबले हमेशा रोमांचक होते हैं और अगले टेस्ट को लेकर बेताब हैं। कोहली ने मैच के बाद कहा कि हम तीसरे और चौथे दिन बारिश की उम्मीद कर रहे थे लेकिन यह पांचवें दिन आ गई। खेलना और मैच को देखना मजेदार होता लेकिन यह शर्मनाक है।
क्या बोले इंग्लैंड के कप्तान : रूट ने कहा कि खेलने और देखने के लिहाज से शानदार टेस्ट मैच। श्रृंखला की शानदार शुरुआत और उम्मीद करते हैं कि अगले मैचों में भी यही देखने को मिलेगा। हमें निश्चित तौर पर विश्वास था कि हम जीत सकते हैं। हमें पता था कि अगर हम कैच लपकें और क्षेत्ररक्षण में तत्परता दिखाएं तो हमारे पास मौका होता।
उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि इसका अंत इस प्रकार हुआ। निश्चित तौर पर कुछ विभाग हैं जहां हम बेहतर करना चाहते हैं। हम शीर्ष क्रम में बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं और कैच लपकना चाहते हैं।
दूसरी पारी में अपने शतक के संदर्भ में रूट ने कहा कि अंतत: शतक जड़ना राहत भर रहा, यह देखते हुए कि पूरे दिन मैच किस तरह खेला। मुझे लगता है कि भारत का तेज गेंदबाजी आक्रमण काफी अच्छा है और उन्होंने जिस तरह की गेंदबाजी की उसके लिए उन्हें श्रेय जाता है। (भाषा)