INDvsWI कुछ महीने पहले ही वेस्टइंडीज क्रिकेट अपने रसातल में पहुंचा था। विश्वकप क्वालिफायर में पहले जिम्बाब्वे फिर नीदरलैंड से सुपर ओवर में हार और उसके बाद स्कॉटलैंड से हारकर पहली बार 44 सालों के इतिहास में विश्वकप में जगह नहीं बना पाया था। लेकिन भारत से मिली 6 विकेटों की जीत जैसे संजीवनी थी।
वेस्टइंडीज के फैंस के लिए तो यह जख्मों पर मलहम है लेकिन भारत के फैंस इसको एक बड़ा झटका बता रहे हैं। वह मानते हैं कि एशियाकप और विश्वकप से पहले यह एक बड़ा झटका है और किसी भी तरह के प्रयोग की कोई जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि वेस्टइंडीज ने गुडाकेश मोती (36/3) और रोमारियो शेफर्ड (37/3) की शानदार गेंदबाजी के बाद कप्तान शाई होप (63 नाबाद) के धैर्यवान अर्द्धशतक के दम पर दूसरे एकदिवसीय मैच में भारत को छह विकेट से हराकर तीन मैचोंं की शृंखला 1-1 से बराबर कर ली है।
रोहित शर्मा और विराट कोहली के अनुभव के बिना मुकाबले में उतरी भारतीय टीम शनिवार को 40.5 ओवर में 181 रन पर ऑलआउट हो गयी। वेस्ट इंडीज ने 182 रन का लक्ष्य 36.4 ओवर में चार विकेट गंवाकर आसानी के साथ हासिल कर लिया।
अर्द्धशतक बनाने वाले होप के साथ कीसी कार्टी भी 48 रन बनाकर नाबाद रहे। विंडीज के चार विकेट 91 रन पर गिरने के बाद होप और कार्टी ने पांचवें विकेट के लिये 91 रन की साझेदारी की। कार्टी ने 37वें ओवर में दो चौके लगाकर अपनी टीम के विजयी रन बनाये।
विंडीज ने टॉस जीतकर युवा खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित किया। रोहित की अनुपस्थिति में शुभमन गिल और ईशान किशन पारी की शुरुआत करने उतरे। यह जोड़ी पहले पावरप्ले में सूझ-बूझ के साथ खेलती नज़र आयी और भारत ने 10 ओवर में बिना विकेट गंवाये 49 रन जोड़ लिये।
गिल-किशन ने पहले विकेट के लिये 90 रन की साझेदारी की और अपनी पारी का पहला बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में गिल गुडाकेश मोती का शिकार हो गये। गिल ने 49 गेंद पर पांच चौकों की सहायता से 34 रन बनाये और उनके आउट होते ही विकेटों का पतन शुरू हो गया।
दो मैचों में दूसरा अर्द्धशतक बनाने के बाद किशन 55 गेंद पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से 55 रन बनाकर पवेलियन लौटे। मध्यक्रम के बल्लेबाज सलामी जोड़ी की तरह धैर्य नहीं दिखा सके जिसका फायदा वेस्ट इंडीज़ को मिला। किशन को आउट करने के बाद रोमारियो शेफर्ड ने अक्षर पटेल (एक) का शिकार किया, जबकि हार्दिक पांड्या सात रन बनाकर जेडेन सील्स की गेंद पर आउट हुए।
संजू सैमसन (नौ) के आउट होने के साथ भारत की आधी टीम 113 रन पर पवेलियन लौट गयी। सूर्यकुमार यादव ने रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर कुछ देर के लिये भारतीय पारी को संभाला, हालांकि मोती ने सूर्यकुमार को आउट कर भारत की वापसी की सभी उम्मीदें समाप्त कर दीं। इससे पहले जडेजा भी शेफर्ड का शिकार हो चुके थे। सूर्यकुमार ने 25 गेंद पर 24 रन बनाये, जबकि जडेजा सिर्फ 10 रन का योगदान दे सके।
भारत ने सूर्यकुमार के रूप में अपना सातवां विकेट 148 रन पर गंवाया जिसके बाद विंडीज ने मेहमान टीम की पारी का अंत करने में ज्यादा समय नहीं लिया। जोसेफ़ ने शार्दुल ठाकुर (16) और उमरान मलिक (शून्य) को आउट किया, जबकि मुकेश कुमार (छह) मोती का शिकार हो गये। कुलदीप यादव 23 गेंद पर आठ रन बनाकर नाबाद रहे।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्ट इंडीज के लिये बल्लेबाजी आसानी रही। भारत ने केंसिंग्टन ओवल की धीमी पिच पर पहले पावरप्ले में स्पिनरों का प्रयोग नहीं किया। ब्रैंडन किंग (15) और काइल मेयर्स (36) ने इसका फायदा उठाते हुए 50 गेंद में 53 रन की साझेदारी की।
शार्दुल ठाकुर ने नौंवे ओवर में किंग और मेयर्स के विकेट चटकाकर भारत को राहत दिलाई। ठाकुर ने इसके बाद एलिक अथानाज़ को भी आउट किया, जबकि 17वें ओवर में गेंद मिलने पर कुलदीप यादव ने शिमरन हेटमायर (नौ) को पवेलियन लौटाया।
शुरुआती चार विकेट 100 रन के अंदर गिरने पर विंडीज संकट में आ सकती थी लेकिन कप्तान होप और कार्टी ने पिच पर पांव जमा लिये। कार्टी को शुरुआत में स्पिन का सामना करने में दिक्कत हुई, लेकिन एक बार आंखे जमने पर उन्होंने भी नियमित रूप से रन बटोरे।
होप ने 70 गेंद में अपना अर्द्धशतक पूरा किया और विंडीज को जीत मिलने से पहले 80 गेंद पर दो चौकों एवं दो छक्कों की मदद से 63 रन बनाये। कार्टी भी 65 गेंद पर चार चौकों की सहायता से 48 रन बनाकर नाबाद रहे।
भारत और विंडीज के बीच तीन मैचों की शृंखला 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच मंगलवार को त्रिनिदाद के ब्रायन लारा स्टेडियम पर खेला जायेगा।