इंदौर:बॉर्डर गावस्कर सीरीज में स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला रहा है। फिर वह चाहे स्पिन गेंदबाज भारत के हो या फिर ऑस्ट्रेलिया के। अपने पहले टेस्ट की पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले मर्फी के बाद अब दूसरा टेस्ट खेल रहे मैथ्यू कोहेनमैन ने भी 5 विकेट ले लिये हैं। इंदौर की पिच पर कंगारुओं ने जलेबी की तरह गेंद स्पिन करानी शुरु की वह भी 5 ओवर बाद से ही।
जैसा कि मैच के दौरान बताया जा रहा था कि इंदौर की पिच थोड़ी ज्यादा स्पोर्टी होगी क्योंकि यह काली मिट्टी से बनी है लेकिन ऐसा लगा नहीं। टर्न के मामले में इंदौर का औसत टर्न 4.8 डिग्री रहा। टेस्ट के पहले दिन नागपुर में यह टर्न 2.8 था जबकि दिल्ली में यह टर्न 3.4 के करीब था। इस हिसाब से इंदौर में इस बॉर्डर गावस्कर सीरीज का सर्वाधिक टर्न मिला, जिसका पूरा फायदा ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाजों ने उठाया।
कुह्नेमन का पंजा, भारत 109 रन पर सिमटा
ऑस्ट्रेलिया ने खब्बू स्पिनर मैथ्यू कुह्नेमन (16/5) की घातक गेंदबाजी की बदौलत भारत को तीसरे टेस्ट की पहली पारी में बुधवार को मात्र 109 रन पर ऑलआउट कर दिया।
अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे कुह्नेमन ने नौ ओवर में सिर्फ 16 रन देकर पांच विकेट हासिल किये। नेथन लायन ने तीन विकेट चटकाये, जबकि टॉड मर्फी को एक सफलता हासिल हुई।
भारत के लिये विराट कोहली ने सर्वाधिक 22 रन बनाये, जबकि शुभमन गिल ने 21 रन का योगदान दिया।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और शुरुआती दो टेस्ट मैचों में करारी शिकस्त का स्वाद चखने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले ओवर से ही दमदार प्रदर्शन किया। मैच की पहली गेंद कप्तान रोहित शर्मा के बल्ले को छूती हुई विकेटकीपर के हाथों में गयी, हालांकि अंपायर के नॉटआउट करार देने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने भी डीआरएस नहीं लिया।
रोहित और गिल ने तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ कुछ अच्छे शॉट खेले जिसके बाद स्टीव स्मिथ ने गेंद स्पिनरों के हवाले कर दी। कुह्नेमन ने अपने पहले ओवर में एक बाहर जाती हुई गेंद पर रोहित (12) को स्टंप आउट करवाया, जबकि दूसरे ओवर में उन्होंने गिल को स्लिप में कैचआउट करवाया।
इस समय तक होल्कर स्टेडियम की पिच हरकत करने लगी और लायन ने एक अंदर स्पिन होती हुई गेंद पर चेतेश्वर पुजारा (01) को बोल्ड कर दिया। भारतीय टीम ने कुह्नेमन की लेग स्पिन को बेअसर करने के लिये रवींद्र जडेजा को पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतारा लेकिन वह लायन की गेंद पर शॉर्ट कवर को कैच थमा बैठे। तीन गेंद बाद श्रेयस अय्यर (00) कुह्नेमन का शिकार हुए।
भारत के लिये इस पारी का सर्वश्रेष्ठ समय तब था जब कोहली और श्रीकर भरत क्रीज़ पर मौजूद थे। कोहली-भरत ने छठे विकेट के लिये 25 रन जोड़े और दोनों ही बल्लेबाज इस दौरान सहज नज़र आये। कोहली ने अपने चुस्त फुटवर्क से कई बार स्पिन को बेअसर किया। उन्होंने कई बार आगे बढ़कर गेंद को ड्राइव किया, जबकि क्रीज़ की गहराई में जाकर लायन और कुह्नेमन को एक-एक चौका लगाया। भरत ने भी दो बार स्वीप शॉट पर भरोसा करके एक चौका और एक छक्का जड़ा।
यह जोड़ी भारत को अच्छे स्कोर तक पहुंचा सकती थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने लंच से पूर्व दोनों को पवेलियन भेज दिया। मर्फी ने कोहली (22) को 52वीं गेंद पर पगबाधा किया, जबकि भरत 30 गेंद पर 17 रन बनाकर लायन का शिकार हो गये।
लंच के बाद कुह्नेमन ने रविचंद्रन अश्विन (03) और उमेश यादव (17) को आउट करके अपने पांच विकेट पूरे किये, हालांकि उमेश ने आउट होने से पूर्व 13 गेंद पर एक चौका और दो छक्के लगाये। पारी के 34वें ओवर में मोहम्मद सिराज दो रन भागने के प्रयास में रनआउट हो गये और भारत 109 रन पर सिमट गया।