पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज इंजमाम-उल-हक ने हितों के टकराव से जुड़ी चर्चा के बीच सोमवार को राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।इंजमाम पर आरोप है कि राष्ट्रीय टीम के कई खिलाड़ियों का प्रबंधन करने वाली कंपनी याजू इंटरनेशनल के साथ वह भी जुड़े हुए है।पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ( पीसीबी) ने इंजमाम की भूमिका की जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है। याजू इंटरनेशनल कप्तान बाबर आजम, तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी और विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान जैसे टीम के बड़े खिलाड़ियों का प्रबंधन करता है।
इस विवाद के बीच इंजमाम ने सोमवार को पीसीबी को अपना इस्तीफा भेज दिया। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि उनके प्रतिनिधि और साथी ताल्हा रहमानी (याजू इंटरनेशनल के मालिक) के साथ उनके संबंध ने चयनकर्ता के रूप में उनके निर्णय लेने को कभी प्रभावित नहीं किया है।इंजमाम ने समा टीवी पर कहा, मैंने अपना इस्तीफा भेज दिया है क्योंकि मुझे लगता है कि मुख्य चयनकर्ता की भूमिका एक न्यायाधीश की होती है और मैंने सोचा कि जब तक यह जांच चल रही है, तब तक पद से हट जाना ही बेहतर है।
उन्होंने कहा, मैंने पाकिस्तान टीम का चयन किया है और मैं नहीं चाहता कि इस कंपनी में मेरी भूमिका के कारण सवाल उठाए जाएं।पीसीबी ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एक पैनल गठित करने की घोषणा की।
बोर्ड ने एक्स (ट्विटर) पर लिखा, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने टीम चयन प्रक्रिया से संबंधित मीडिया में सामने आए हितों के टकराव के आरोपों की जांच के लिए पांच सदस्यीय तथ्य अन्वेषण समिति का गठन किया है। समिति अपनी रिपोर्ट और सभी सिफारिशें पीसीबी प्रबंधन को शीघ्रता से सौंपेगी।
याजू इंटरनेशनल पाकिस्तान के 12 से अधिक खिलाड़ियों के प्रबंधन का काम देखती है । इस कंपनी में इंजमाम और टीम के मौजूदा विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान (दिसंबर 2020 से) की भी भागीदारी है।इंजमाम को अगस्त में एशिया कप और विश्व कप से पहले 25 लाख रुपये मासिक वेतन पर मुख्य चयनकर्ता नियुक्त किया गया था।(भाषा)