नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ट्वंटी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट के 12वें संस्करण के लिए आयोजित नीलामी प्रक्रिया में जहां कई अनजान खिलाड़ी करोड़ों कमाकर मालामाल बन गए वहीं इस बार कई दिग्गजों को हैरतअंगेज रूप से कोई खरीददार ही नहीं मिला।
आईपीएल के 12वें सत्र के लिए मंगलवार को जयपुर में फ्रेंचाइजियों के हाईप्रोफाइल मालिकों की मौजूदगी में नीलामी प्रक्रिया आयोजित की गई थी। सभी टीमों ने 70 उपलब्ध जगहों को भरने के लिए बोली लगाई जिसमें 60 के लिए बोली लगाई गई। हालांकि हैरानीभरा रहा कि कई अनुभवी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों पर किसी टीम ने दांव नहीं लगाया। इनमें ब्रैंडन मैकुलम, डेल स्टेन, मोर्न मोर्कल, सिकंदर रजा, क्रिस जार्डन जैसे खिलाड़ी शामिल हैं।
रायल चैलेंजर्स बेंग्लुरु से रिलीज किए गए न्यूजीलैंड के ब्रैंडन मैकुलम जैसे बेहतरीन और अनुभवी खिलाड़ी को किसी टीम ने नहीं खरीदा। करियर में 356 ट्वंटी-20 मैचों में 9620 रन बना चुके मैकुलम का बेस प्राइस दो करोड़ रुपए था। हालांकि पिछले संस्करणों में मैकुलम महंगे बिके थे। दिलचस्प यह भी है कि मैकुलम ने 2018 के मौजूदा वर्ष में ही कैरेबियाई प्रीमियर लीग में त्रिनिदाद एंड टोबैगो को खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज और पूर्व नंबर एक तेज गेंदबाज डेल स्टेन भी किसी को आकर्षित नहीं कर सके। नीलामी में 1.50 करोड़ रुपए के बेस प्राइस पर शामिल हुए स्टेन ने इसी वर्ष अपनी राष्ट्रीय टीम में भी वापसी की है।
दक्षिण अफ्रीका के ही अन्य तेज गेंदबाज मोर्कल भी अपने आईपीएल के अच्छे अनुभव के बावजूद खरीदे नहीं गए। वह दिल्ली तथा कोलकाता की टीमों की ओर से आईपीएल में खेल चुके हैं। उनका बेस प्राइस 1.50 करोड़ रुपए था। वह हाल ही में टी-10 लीग में भी खेल चुके हैं।
पिछले आईपीएल संस्करण में अफगानिस्तान के खिलाड़ियों का जलवा रहा था लेकिन इस बार मध्यक्रम के अफगान बल्लेबाज हजरतुल्लाह जजई पर भी बोली नहीं लगी। अपने टी-20 मैचों में 712 रन बना चुके जजई को उनके 50 लाख रुपए के बेस प्राइस पर भी किसी ने नहीं खरीदा।
इसी के अलावा कई बेहतरीन खिलाड़ी जैसे बंगलादेश के मुशफिकुर रहीम, इंग्लैंड के क्रिस जार्डन, ऑस्ट्रेलिया के बेन मैकडेरमोट, जिम्बाब्वे के सिकंदर रजा तथा घरेलू खिलाड़ी अंकित बावने और ईशांन पोरेल को भी कोई खरीददार नहीं मिला।