इरफान पठान हाल के दिनों में अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में है। इरफान पठान ने कुछ दिनों पहले शाहिद अफरीदी को भला बुरा कहा था लेकिन इस बार उनका निशाना महेंद्र सिंह धोनी पर है जिनकी कप्तानी में वह टी-20 विश्वकप विजेता टीम का हिस्सा बन पाए। स्पोर्ट्स तक को दिए गए एक इंटरव्यू में इरफान पठान ने यह कहा है कि महेंद्र सिंह धोनी बहुत पक्षपात करते थे। वह उन खिलाड़ियों को मौका देते थे जो उनके लिए बेहतर हुक्का बनाता था। इरफान पठान को भी उन्होंने हुक्का बनाने को कहा जिसे इनकार करने पर वह ड्रॉप हो गए।
हरफनमौला इरफआन पठान ने 29 टेस्ट, 120 एकदिवसीय और 24 T-20I मैचों में कुल 301 विकेट लेने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में 1 शतक और 6 अर्धशतक भी लगाए है।इरफान जब 19 साल के थे तब उन्होंने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की तरफ से पहला मैच खेला था। उन्होंने अपना आखिरी मैच 2012 में श्रीलंका के खिलाफ विश्व टी20 में खेला था। बड़ौदा में जन्में इस क्रिकेटर को पर्थ में 2008 में शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया लेकिन इसके बाद वह केवल 2 टेस्ट ही और खेल पाए।
वहीं महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारतीय टीम ने 2007 में टी20 विश्व कप के बाद 2011 में एकदिवसीय विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। धोनी को इसके साथ ही टेस्ट की साल की सर्वश्रेष्ठ टीम को दिये जाने वाले तत्कालीन गदा (आईसीसी मेस) को भी उठाने का मौका मिला था।भारत के MS Dhoni अब तक के सबसे पसंदीदा विकेटकीपरों में से एक हैं। उन्हें क्रिकेट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक माना जाता है और वह विश्व कप जीतने वाले एकमात्र विकेटकीपर कप्तान हैं। विश्व कप के 29 मैचों में उनके नाम 42 Dismissals (34 Catches, 8 Stumpings) हैं।
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के महान खिलाड़ी मैथ्यू हेडन और दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज हाशिम अमला के साथ वर्ष 2025 के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।