नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी करने की उम्मीद कर रहे इरफान पठान ने बड़ौदा की रणजी ट्रॉफी टीम की कप्तानी और फिर घरेलू टीम से ही बाहर किए जाने पर टीम प्रशासकों के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया है।
रणजी ट्राफी के दो राउंड समाप्त होने के बाद इरफान को न सिर्फ बड़ौदा क्रिकेट टीम की कप्तानी से हटा दिया गया है बल्कि उन्हें तीसरे राउंड के मैच के लिए त्रिपुरा के खिलाफ 15 सदस्यीय टीम से भी बाहर कर दिया गया है।
बड़ौदा की टीम ग्रुप सी में शामिल है और उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। वह फिलहाल ग्रुप में आखिरी पायदान पर हैं। बुधवार से शुरू हुए तीसरे दौर के मैच के लिए बड़ौदा की कप्तानी ऑलराउंडर दीपक हुड्डा को सौंपी गई है। हालांकि टीम के सीनियर खिलाड़ी इरफान का टूर्नामेंट में अब तक प्रदर्शन खास नहीं रहा है और उन्होंने केवल दो विकेट ही निकाले हैं।
बड़ौदा के सीनियर और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी इरफान ने इस निर्णय पर अपना गुस्सा सार्वजनिक तौर पर जाहिर किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, जो लोग अपने बॉस के सामने हां नहीं करते और उन्हें सुबह गुड मॉर्निंग नहीं कहते उनके बॉस उनके खिलाफ जाते हैं, लेकिन आप अपना करते रहिए।
इरफान भले ही राष्ट्रीय टीम से लंबे अर्से से बाहर चल रहे हैं लेकिन उनके समर्थकों ने घरेलू टीम से उन्हें हटाने पर नाराज़गी जताते हुए क्रिकेटर का भरपूर समर्थन किया है। गौरतलब है कि इरफान ने भारतीय टीम की ओर से अपना आखिरी टेस्ट मैच वर्ष 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था जबकि अपना आखिरी वनडे 2012 में खेला था। (वार्ता)