ईशान किशन इस पूरे वेस्टइंडीज दौरे की खोज रहे हैं। पहले उन्हें टेस्ट मैचों में मौका मिला और अपना पहला टेस्ट अर्धशतक जड़ने के बाद उन्होंने ऐसा फॉर्म पाया कि वह वनडे सीरीज में एक बार भी 50 से नीचे नहीं आउट हुए।
पहले वनडे में ही ईशान किशन ने खासी सूझबूझ दिखाई।वेस्ट इंडीज ने भारत के विरुद्ध चार स्पिनरों का इस्तेमाल किया। किशन ने इस चुनौती का बखूबी सामना किया। उन्होंने पांड्या के आउट होते ही यानिक कारियाह को छक्का जड़ा और कुछ देर बाद दो रन लेकर 44 गेंद में अर्द्धशतक पूरा किया।
किशन 45 गेंद पर सात चौकों और एक छक्के के साथ 52 रन बनाकर आउट हो गये, हालांकि इस समय तक भारत 115 रनों के लक्ष्य के करीब पहुंच चुका था।
दो मैचों में दूसरा अर्द्धशतक बनाने के बाद किशन 55 गेंद पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से 55 रन बनाकर पवेलियन लौटे। ईशान किशन के आउट हो जाने के बाद भारतीय टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई। इस पारी में ईशान किशन सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
तीसरे वनडे में किशन ने पहले विकेट की साझेदारी में आक्रामक भूमिका निभाते हुए 64 गेंद पर आठ चौकों और तीन छक्कों की बदौलत 77 रन बनाये। वह यानिक कारिया को बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में स्टंप आउट हुए।
ईशान किशन ने 3 मैचों में 184 रन बनाए जो सीरीज में सर्वाधिक रन हैं, इस कारण उनको प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरुस्कार मिला। ना केवल ईशान किशन को प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरुस्कार मिला बल्कि टेस्ट के बाद एकदिवसीय विश्वकप के लिए ऋषभ पंत का विकल्प भी मिल गया।
वनडे क्रिकेट में सलामी बल्लेबाजों की बात आती है तो भारत के पास कप्तान रोहित शर्मा, शुभमन गिल और केएल राहुल के रूप में कई विकल्प हैं। ऐसे में किशन को मजबूत बल्लेबाजी क्रम में एक अलग रास्ता खोजना पड़ सकता है, हालांकि आत्मविश्वास से भरे बाएं हाथ के बल्लेबाज को पता है कि उनके पास इसके लिये काफी समय है।
पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ बनाया था रिकॉर्ड दोहरा शतक
तीसरे और अंतिम एकदिवसीय मैच में 131 गेंदों पर 24 चौकों और 10 छक्कों की बदौलत 210 रन बनाते हुए बंगलादेशी गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाईं थी। कप्तान रोहित शर्मा के चोटग्रस्त होने के बाद किशन को टीम में मौका दिया गया था, और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम किये थे।
किशन ने सिर्फ 126 गेंदों पर 200 रन का आंकड़ा छूकर सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। इससे पहले यह रिकार्ड वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के नाम था जिन्होंने 138 गेंदों पर दोहरा शतक लगाया था। साथ ही किशन (24 वर्ष 125 दिन) सबसे कम उम्र में दोहरा शतक जड़ने वाले बल्लेबाज भी बन गये थे।