मुंबई: टी20 क्रिकेट में विकेटकीपरों को उनकी कीपिंग की बजाय बल्लेबाज़ी पर आंका जाता है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में शीर्ष क्रम में बल्लेबाज़ी करने वाले विकेटकीपर को तो बेशक़ीमती हीरा माना जाता है। और अगर वह भारतीय हो, तो उसका मोल और भी बढ़ जाता है। टीमों को हमेशा इन मापदंड़ों पर खरे उतरने वाले खिलाड़ियों की तलाश रहती है। यही कारण है कि टीमों ने लोकेश राहुल, महेंद्र सिंह धोनी, ऋषभ पंत, संजू सैमसन और जॉस बटलर जैसे विकेटकीपरों को रिटेन किया है, और ये छह खिलाड़ी बड़ी नीलामी में बड़ी रकम के लिए जा सकते हैं।
इशान किशन: ताबड़तोड़ बल्लेबाज़, जो स्पिन के ख़िलाफ़ बड़े शॉट लगाता हो और किसी भी स्थान पर बल्लेबाज़ी कर सके। अगर 23 वर्षीय किशन इस बड़ी नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक बनते हैं, तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं होगी। आईपीएल 2020 में किशन ने सर्वाधिक 30 छक्के लगाए थे। 2018 में 6 करोड़ 40 लाख रुपयों में मुंबई इंडियंस द्वारा ख़रीदे जाने के बाद से किशन ने उन्हें शीर्ष क्रम में एक बाएं हाथ के बल्लेबाज़ का विकल्प दिया है। पिछले साल उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। भले ही मुंबई ने उन्हें रिटेन नहीं किया, किशन को उम्मीद है कि नीलामी में उनपर बड़ी बोलियां लगेगी। पता चला है कि इसलिए उन्होंने दोनों नई टीमों के प्रस्तावों को स्वीकार नहीं किया।
इशान किशन पिछले सीजन में मुंबई की ओर से खेले थे। उन्होंने अपने आईपीएल करियर में 61 मैचों में 1452 रन 134 की शानदार स्ट्राइक रेट के साथ बनाए।
क्विंटन डिकॉक:वह पिछले तीन आईपीएल में सबसे प्रभावशाली बल्लेबाज़ों में से एक रहे हैं। 2018 सीज़न के बाद, मुंबई एक विदेशी सलामी बल्लेबाज़ और एक गुणवत्ता वाले विकेटकीपर के लिए बेताब थी, इसलिए उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू से 2.8 करोड़ रुपये में डिकॉक को ट्रेड किया। उन्होंने 2019 में मुंबई के लिए सर्वाधिक रन बनाए और अगले साल वह दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। उन्होंने लगातार दो सीज़नों में 500 से अधिक रन बनाए जो इस प्रतियोगिता में बड़ी उपलब्धि है। मुंबई के साथ अपने तीन सीज़न में डिकॉक ने 1329 रन बनाए, जो इस अवधि में उनकी टीम के लिए सर्वाधिक था। वह शायद सीमित ओवर क्रिकेट में विश्व के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर हैं और उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका की कप्तानी भी की है। साथ ही तेज़ गेंदबाज़ों और स्पिनरों के ख़िलाफ़ तेज़ी से रन बनाने की क्षमता उन्हें विशेष रूप से घातक बनाती है। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद डिकॉक तरोताज़ा रहेंगे और पूरे सत्र के लिए उनके उपलब्ध रहने की संभावना है।
दिनेश कार्तिक:अनुभवी बल्लेबाज़ कार्तिक एक सफल फ़िनिशर रहे हैं और उन्होंने आईपीएल ख़िताब जीतने वाली फ़्रैंचाइज़ी की कप्तानी भी की है। नीलामी में हमेशा से ही उनपर बड़ी बोलियां लगी है। 2014 में उन्हें साढ़े 12 करोड़ में ख़रीदा गया था, एक साल बाद साढ़े 10 करोड़ में और फिर 2018 में टीम ने उनपर 7 करोड़ 40 लाख रुपये ख़र्च किए। किशन की तरह कार्तिक भी किसी भी स्थान पर बल्लेबाज़ी कर सकते हैं लेकिन हालिया सीज़नों में उन्होंने केकेआर के लिए फ़िनिशर की भूमिका निभाई है। 2018 के बाद से अंतिम ओवरों (17-20) में कार्तिक ने 184.01 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। इन दौरान 200 से अधिक रन बनाने वाले सभी भारतीय खिलाड़ियों में केवल विराट कोहली, राहुल, पंत, हार्दिक पंड्या, सैमसन और धोनी ने तेज़ी से रन बनाए हैं और वह सभी खिलाड़ी रिटेन हुए हैं। दबाव से निपटने का अनुभव, विकेट के पीछे से मैच को पढ़ना और नेतृत्व की क़ाबिलियत के कारण फिर एक बार कार्तिक पर टीमें बड़ा निवेश कर सकती हैं। उनकी आयु भले ही 36 वर्ष की है, धोनी और ब्रावो पहले ही साबित कर चुके हैं कि अनुभव बहुत क़ीमती चीज़ होती है।
जॉनी बेयरस्टो:बेयरस्टो उन चुनिंदा विदेशी बल्लेबाज़ों में से एक हैं जिन्होंने आईपीएल में सीज़न दर सीज़न अच्छा प्रदर्शन किया है। सनराइज़र्स ने उन्हें 2019 में 2 करोड़ 20 लाख में अपनी टीम में शामिल किया और उन्होंने डेविड वॉर्नर के साथ एक बेहतरीन सलामी जोड़ी बनाई। सनराइज़र्स के साथ तीन सीज़न में बेयरस्टो ने 41.52 के औसत और 142.19 के स्ट्राइक रेट से तीन सीज़न में 1038 रन बनाए। बेयरस्टो उन विदेशी बल्लेबाज़ों में से एक हैं जो पेस और स्पिन, दोनों के ख़िलाफ़ सहज हैं। साथ ही वह एक तगड़े फ़ील्डर हैं और एक विशेषज्ञ बल्लेबाज़ के रूप में किसी भी टीम में खेल सकते हैं।
निकोलस पूरन:2019 के बाद से पूरन ने टी20 क्रिकेट में 198 छक्के लगाए हैं जो इस अवधि में किसी भी बल्लेबाज़ के लिए तीसरे सबसे अधिक हैं। इनमें आईपीएल 2020 में लगाए गए 25 छक्के भी शामिल है। साथ ही 2019 के बाद से आईपीएल में पूरन का स्ट्राइक रेट 154.98 का रहा है। न केवल वह एक ताबड़तोड़ हिटर हैं बल्कि शीर्ष क्रम के साथ-साथ मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी करने में सक्षम हैं। 26 वर्षीय पूरन लंबे समय तक टीम की सेवा कर सकते हैं और सीमित ओवर क्रिकेट में वेस्टइंडीज़ के उपकप्तान होने के कारण टीमें उन्हें एक नेतृत्व विकल्प के रूप में भी देखेगी।
श्रीकर भरत:जिस क्षण उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ अपनी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू को जीत दिलाने के लिए अंतिम गेंद पर आवेश ख़ान को छक्का लगाया, भरत को पता चल गया था कि यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ होगा। तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए भरत की उस पारी ने कप्तान कोहली का दिल जीत लिया था। अपने शुरुआती टी20 करियर में पारी की शुरुआत करने वाले भरत अब किसी भी स्थान पर बल्लेबाज़ी करने के क़ाबिल हैं। पिछले साल दिसंबर में वह पृथ्वी शॉ के बाद विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में लगातार मैचों में 150 से अधिक रन बनाने वाले केवल दूसरे बल्लेबाज़ बने। 28 वर्षीय भरत एक आकर्षक विकल्प हैं क्योंकि टीमें हमेशा एक भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज़ को तरजीह देती हैं ताकि उन्हें टीम संतुलन में मदद मिले।