मेलबर्न। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा कि टीम के बल्लेबाज लापरवाही दिखाए बिना आत्मविश्वास से खेलना चाहेंगे और एक बार में एक सत्र पर ही ध्यान लगाएंगे। बुमराह ने कहा, हम बल्लेबाजी में मानसिक रूप से रूढ़िवादी नहीं होना चाहते, हम सकारात्मक रहना चाहते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट के शुरुआती दिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और पहली पारी में उसे 195 रन पर समेट दिया।
बुमराह ने 56 रन देकर चार विकेट चटकाए जिसमें रविचंद्रन अश्विन (25 रन देकर तीन विकेट) और पदार्पण कर रहे मोहम्मद सिराज (40 रन देकर दो विकेट) ने उनका अच्छा साथ दिया। यह पूछने पर कि पहले टेस्ट में 36 रन पर सिमटने की याद भी उनके दिमाग में ताजा होगी तो बल्लेबाजों की योजना क्या होगी, इस पर बुमराह ने जवाब दिया, हम ज्यादा आगे के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हम एक बार में एक सत्र पर ही ध्यान लगाएंगे।
बुमराह ने कहा, हम बल्लेबाजी में मानसिक रूप से रूढ़िवादी नहीं होना चाहते, हम सकारात्मक रहना चाहते हैं। लापरवाह नहीं होना चाहते लेकिन आत्मिवश्वास से खेलना हमारा मकसद होगा। कप्तान अजिंक्य रहाणे ने अच्छा फैसला करते हुए अश्विन को खेल के पहले ही घंटे में गेंदबाजी के लिए लगा दिया।
इस पर बुमराह ने कहा, हम जब सुबह गेंदबाजी कर रहे थे तो विकेट पर कुछ नमी थी इसलिए आपने अश्विन और जड्डू (रवींद्र जडेजा) को कुछ स्पिन हासिल करते हुए देखा। उन्होंने पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, क्योंकि हम नमी का फायदा उठाना चाहते थे, हम उनका इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें (अश्विन) अच्छा उछाल मिल रहा था।
रहाणे के क्षेत्ररक्षण सजाने की भी तारीफ हुई, जिसमें शेन वार्न जैसा दिग्गज शामिल था और बुमराह ने कहा कि दूसरे सत्र में गेंदबाजों ने लाइन लेंथ में बदलाव किया, क्योंकि पिच बल्लेबाजी के लिए आसान हो रही थी। उन्होंने कहा, गेंदबाजों और कप्तान के बीच लगातार चर्चा हो रही थी। पहले सत्र के बाद विकेट बदल गया। यह दूसरे सत्र में बल्लेबाजी के लिए बेहतर हो गया और नमी भी खत्म हो गई।
बुमराह ने हालांकि उन सुझावों को मानने से इनकार कर दिया कि जब से वे टीम से जुड़े हैं, तब से यह भारत का विदेशों में टेस्ट में पहले दिन का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है। इस तेज गेंदबाज ने कहा, हम ऐसा नहीं सोचते। हम दोनों ओर से दबाव बनाना चाहते थे। एश (अश्विन) ने शानदार गेंदबाजी और सिराज ने भी ऐसा ही किया। हम सभी एक-दूसरे की मदद करने की कोशिश कर रहे थे। सीनियर गेंदबाज के तौर पर बुमराह ने पदार्पण कर रहे सिराज की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, उन्होंने काफी मेहनत की है और यहां तक पहुंचे। वे पहले सत्र में ही गेंदबाजी करने के लिए उत्सुक थे। लंच के बाद कुछ नहीं हो रहा था और उन्होंने काफी नियंत्रण बनाते हुए गेंदबाजी की। उन्होंने कहा, अचानक ही उन्हें कुछ मूवमेंट मिलना शुरू हुआ और वे इसका पूरा इस्तेमाल करना चाहते थे।
अपना पहला टेस्ट मैच खेलते हुए उन्होंने सचमुच अच्छी गेंदबाजी और वे पूरे आत्मविश्वास से अपने कौशल का इस्तेमाल कर रहे थे। यह हमारे लिए अच्छा संकेत है और उम्मीद करते हैं कि वे ऐसा करना जारी रखेंगे।(भाषा)