दुबई:विराट कोहली ने गुरूवार को घोषणा की कि वह संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले टी20 विश्व कप के बाद भारतीय टी20 टीम के कप्तान के पद से हट जायेंगे लेकिन वह वनडे और टेस्ट क्रिकेट में टीम की अगुआई करना जारी रखेंगे। इस फैसले से रोहित शर्मा के लिये टी20 प्रारूप में टीम की कप्तानी संभालने का रास्ता खुल जायेगा।
कोहली इंडियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लेने के लिये यहां हैं जो रविवार से बहाल हो रही है। इस 32 साल के क्रिकेटर ने अपने ट्विटर पेज पर एक बयान पोस्ट किया, मैंने अक्टूबर में दुबई में होने वाले टी20 विश्व कप के बाद टी20 कप्तान के तौर पर पद से हटने का फैसला किया है।
पिछले कुछ समय से कोहली के सफेद गेंद की टीम की कप्तानी के भविष्य को लेकर अटकलें लगायी जा रही थीं, विशेषकर रोहित शर्मा के इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार रिकार्ड को देखकर, जिसमें उन्होंने मुंबई इंडियंस को पांच खिताब दिलाये हैं।
सीमित ओवर के प्रारूपों में 34 साल के रोहित भारतीय टीम के उप कप्तान हैं और उनके टी20 कप्तान की भूमिका निभाने की पूरी संभावना है जब भारत नवंबर में न्यूजीलैंड के साथ घरेलू श्रृंखला खेलेगा जिसमें तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के साथ दो टेस्ट मैच भी शामिल हैं।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह ने कोहली की घोषणा के बाद बोर्ड द्वारा जारी बयान में कहा कि संस्था पिछले कुछ समय से कोहली से चर्चा कर रही थी।
शाह ने कहा, टीम इंडिया के लिये हमारे पास स्पष्ट रोडमैप है। कार्यभार को देखते हुए और यह सुनिश्चित करते हुए कि बदलाव का दौर सहज रहे, विराट कोहली ने आगामी विश्व कप के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय कप्तान के तौर पर हटने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, मैं विराट और नेतृत्व समूह के साथ पिछले छह महीनों से चर्चा कर रहा हूं और फैसला काफी सोच विचार के बाद लिया गया है।
शाह ने कहा, विराट बतौर खिलाड़ी और टीम के वरिष्ठ सदस्य के तौर पर भारतीय क्रिकेट के भविष्य की योजनाओं में योगदान करना जारी रखेंगे। कोहली 2017 में महेंद्र सिंह धोनी की जगह भारत की सीमित ओवर टीम के कप्तान बने थे।
कोहली ने अपने पेज पर बयान में कहा, कार्यभार को समझना बहुत महत्वपूर्ण चीज है और पिछले आठ-नौ वर्षों से मेरे अत्यधिक कार्यभार को देखते हुए जिसमें मैं सभी तीनों प्रारूपों में खेल रहा हूं और नियमित रूप से पिछले पांच से छह वर्षों से कप्तानी कर रहा हूं, मुझे लगता है कि मुझे टेस्ट और वनडे क्रिकेट में भारतीय टीम की अगुआई के लिये पूरी तरह से तैयार होने के लिये खुद को थोड़ा स्पेस देने की जरूरत है।
उन्होंने लिखा, मैंने टी20 कप्तान के तौर पर अपने समय में टीम को अपना सबकुछ दिया और मैं टी20 कप्तान के लिये ऐसा करना जारी रखूंगा और बतौर बल्लेबाज आगे बढ़ने के लिये ऐसा करना जारी रखूंगा।
कोहली ने कहा कि यह फैसला उन्होंने मुख्य कोच रवि शास्त्री, रोहित (स्पष्ट रूप से उनकी जगह लेने वाले), बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह से सलाह मशविरा करने के बाद किया है।
टी20 विश्व कप 17 अक्टूबर से शुरू होगा और कोहली पर ट्राफी दिलाने का भारी दबाव होगा।कोहली ने कहा, निश्चित रूप से इस फैसले पर पहुंचने में काफी समय लगा। अपने करीबी लोगों, रवि भाई और नेतृत्व समूह का अहम सदस्य रोहित के साथ काफी सोच विचार और चर्चा के बाद यह फैसला लिया।
उन्होंने कहा, मैंने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह के साथ चयनकर्ताओं से भी इस बारे में बात की। मैं पूरी क्षमता से भारतीय क्रिकेट और भारतीय क्रिकेट टीम की सेवा करना जारी रखूंगा।
कोहली ने 90 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 28 अर्धशतक से 3159 रन जुटाये हैं। उन्होंने इनमें से 45 मैचों में भारत की कप्तानी की और टीम को 27 में जीत दिलायी जबकि 14 में टीम को हार का सामना करना पड़ा।उनका जीत का प्रतिशत 65.11 रहा है।
इस स्टार बल्लेबाज ने कहा, मैं भाग्यशाली रहा कि मैंने सिर्फ भारत का प्रतिनिधित्व ही नहीं किया बल्कि अपनी पूरी क्षमता से भारतीय क्रिकेट टीम की अगुआई भी की।
उन्होंने कहा, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान के तौर पर मेरी इस यात्रा में जिन्होंने मेरा समर्थन किया, उन सभी को शुक्रिया।
कोहली ने कहा, मैं उनके बिना - खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ, चयन समिति, मेरे कोचों और प्रत्येक भारतीय जिसने हमारी जीत के लिये प्रार्थना की - यह नहीं कर सकता था। (भाषा)