मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को टेस्ट मैचों के लिए छ: नए सेंटरों का ऐलान कर दिया। इसमें मध्यप्रदेश का इंदौर और झारखंड का रांची शहर शामिल हैं। बीसीसीआई ने 2016-17 सीजन के लिए नए टेस्ट सेंटरों की घोषणा की। इसमें इंदौर के अलावा राजकोट, पुणे, विशाखापट्टनम, रांची और धर्मशाला में भी अगले सीजन में टेस्ट मैच खेले जाएंगे।
भारतीय टीम का घरेलू सत्र न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज से शुरू होगा जिसमें 3 टेस्ट और 5 वनडे खेले जाएंगे। इसके बाद टीम इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट, 3 वनडे और 3 ट्वंटी-20 मैच खेलेगी। ऑस्ट्रेलियाई टीम वर्ष 2017 के फरवरी-मार्च माह में भारत दौरे पर आएगी। इस सीरीज में दोनों टीमों के बीच 4 टेस्ट मैच खेले जाएंगे। बांग्लादेश क्रिकेट टीम भी 1 टेस्ट मैच के लिए भारत आएगी।
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम अपने 3 टेस्ट मैच इंदौर, कानपुर और कोलकाता में खेलेगी। इसके बाद धर्मशाला, दिल्ली, मोहाली, रांची तथा विजाग में वनडे सीरीज के पांचों मैच खेले जाएंगे।
न्यूजीलैंड के बाद भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज की शुरुआत करेगी जिसमें 5 टेस्ट मैच मोहाली, राजकोट, मुंबई, विजाग और चेन्नई में आयोजित किए जाएंगे। पुणे, कटक और कोलकाता में 3 वनडे मैच और बेंगलुरु, नागपुर तथा कानपुर में 3 ट्वंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया फरवरी 2017 में भारत दौरे पर 4 टेस्टों के लिए आएगी। ये चारों टेस्ट बेंगलुरु, धर्मशाला, रांची और पुणे में होंगे। बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट हैदराबाद में होगा।
बीसीसीआई ने बताया कि इन सभी स्थलों को खेलने की परिस्थितियों, स्टेडियम में सीटों की क्षमता और बोर्ड के दिशा-निर्देशों के पालन करने के आधार पर दिए जाएंगे।
घरेलू क्रिकेट सत्र सितंबर में दलीप ट्रॉफी से शुरू होगा। यह पहला मौका होगा जब दलीप ट्रॉफी को दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से खेला जाएगा। संपूर्ण सत्र में कुल 918 मैच आयोजित किए जाएंगे जिसमें रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, मुश्ताक अली ट्रॉफी, देवधर ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी तथा महिला एवं अन्य आयु वर्ग क्रिकेट टूर्नामेंट शामिल हैं। घरेलू टीमें सितंबर 2016 से मार्च 2017 तक 1,882 दिन खेलेंगी।
बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कार्यक्रम जारी करने के बाद कहा कि मैं नए टेस्ट मैच स्थलों का स्वागत करता हूं। मुझे यकीन है कि इन नए टेस्ट स्थलों की बदौलत टेस्ट क्रिकेट देश के हर हिस्से तक पहुंचेगा। हम इसी के साथ अपने घरेलू क्रिकेट सत्र को लेकर भी उत्साहित हैं।
उन्होंने कहा कि हम इस बात को लेकर रोमांचित हैं कि दलीप ट्रॉफी पहली बार गुलाबी गेंद से खेली जाएगी। हम छत्तीसगढ़ का भी स्वागत करते हैं, जो पहली बार रणजी ट्रॉफी खेलने उतरेगा। इसके अलावा मान्यता प्राप्त और सदस्य राज्य सभी जूनियर आयु वर्ग टूर्नामेंटों में खेलेंगे, जो युवा और उभरते हुए खिलाड़ियों को आगे आने का मौका देगा। यह हमारी नई पीढ़ी को मंच उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धताओं को भी दिखाता है।
भारतीय बोर्ड के सचिव अजय शिर्के ने कहा कि आगामी सत्र में दुनिया की कुछ सर्वश्रेष्ठ टीमें भारत में खेलने के लिए आ रही हैं और हम इस कार्यक्रम को जारी करते हुए बहुत खुशी महसूस कर रहे हैं। यह कार्यक्रम इस समय जारी करने से सभी संघों और बीसीसीआई को भी तैयारी करने का उपयुक्त समय मिल जाएगा, जो भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए बेहद यादगार होने वाला है।
शिर्के ने कहा कि उन्हें बीसीसीआई की अपनी टीम पर पूरा भरोसा है, जो अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट को एकसाथ आयोजित करने में पूरी तरह सक्षम है। (वार्ता)