लंदन:इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने भारत के खिलाफ सोमवार को यहां चौथा टेस्ट मैच हारने के बाद कहा कि उन्होंने सोचा था कि आज चीजें हमारे पक्ष में होंगी। हमारे पास टेस्ट मैच जीतने का मौका भी था, लेकिन टीम बिखर गई जो काफी निराशाजनक है।
रूट ने कहा, “ हमारी ओपनिंग पार्टनरशिप शानदार रही, लेकिन श्रेय भारत को जाता है, जिसके गेंदबाजों ने गेंद को रिवर्स स्विंग कराया और विकेट लिए। मुझे लगता है कि जसप्रीत बुमराह का स्पेल ही खेल का असली टर्निंग प्वाइंट है। अपनी ओर से हमें अन्य क्षेत्रों को देखना होगा जहां हमने मौके गंवाए। शायद हमें पहली पारी की बढ़त का अधिक फायदा उठाना चाहिए था और जो मौके आए उन्हें भुनाना चाहिए था। हम हमेशा बेहतर होने की कोशिश करते हैं। बुमराह एक शानदार गेंदबाज हैं और कई बार हमें यथार्थवादी होना चाहिए और स्वीकार करना चाहिए कि गेंदबाज ने सच में अच्छी गेंदबाजी की और वैसे भी यह विश्व स्तरीय गेंदबाजी थी। ”
इंग्लैंड के कप्तान ने कहा, “ अगर हम भविष्य में इसी तरह की स्थिति में रहते हैं तो हमें रिवर्स स्विंग के खिलाफ विशेष तौर पर हमारे खेल में बेहतर प्रबंधन करना होगा। जब भी हम कोई मैच हारते हैं तो हम हमेशा टॉस की बात कर सकते हैं। कुछ चीजों के बारे में सोच सकते हैं कि यह कैसे हुआ, लेकिन अंत में हमें निर्दयी होने की जरूरत है। पहली पारी में हमारी बढ़त 100 रन से अधिक होनी चाहिए थी। ”
रूट ने कहा, “ हमें बड़े शतकों और बड़ी साझेदारियों की जरूरत थी। बहरहाल अब हमें ओल्ड ट्रैफर्ड में अच्छा क्रिकेट खेलने की जरूरत है। हम आत्मसंतुष्ट नहीं हो सकते। हमें उस बड़े स्कोर की जरूरत सकते जो मैच को सेट करते हैं जैसा कि हमले एक हफ्ते पहले हेडिंग्ले टेस्ट में करके दिखाया था। आप खिलाड़ियों को चुन सकते हैं, लेकिन हमें एक बल्लेबाजी समूह के रूप में सामूहिक रूप से काम करने की जरूरत है। पारी की शुरुआत करने के बाद, आपको व्यक्तिगत तौर पर 20 से 30 रनों तक पहुंचना होगा। कल एक मुश्किल दिन था, कुछ मुश्किल मौके आए, जिन्हें हम भुना नहीं पाए। कई बार यह बहुत मुश्किल होता है हमें यह जानने की जरूरत है कि किन लोगों को जाना है और मौकों को भुनाना है। बात प्रयास में कमी और काम में कमी की नहीं है, बल्कि हमें सिर्फ अपने स्लिप कैचों के स्तर को बढ़ाने की जरूरत है। खिलाड़ियों के चोटिल होने की समस्या है, लेकिन यह चिंता का विषय नहीं है। ”
बटलर और लीच की अंतिम टेस्ट मैच के लिये इंग्लैंड टीम में वापसी
इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर 10 सितंबर से शुरू हो रहे पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज जॉस बटलर और लेफ्ट आर्म स्पिनर जैक लीच को 16 सदस्यीय टीम में शामिल किया है।
बटलर अपने दूसरे बच्चे के जन्म के चलते चौथे टेस्ट मैच से बाहर हुए थे और अब बच्ची मारगोट के जन्म के बाद वह आखिरी मैच के लिए टीम में वापसी करेंगे। वहीं लीच पहले दो टेस्ट मैचों के लिए टीम का हिस्सा थे, लेकिन बाद में तीसरे और चौथे मैच में चयनित न होने के कारण उन्हें समरसेट के लिए घरेलू सत्र में खेलने के लिए टीम से रिलीज कर दिया गया था।
लीच की टीम में वापसी का मतलब है कि आखिरी टेस्ट में या तो लीच मोईन अली की जगह लेंगे, जो ओवल में जूझते नजर आए थे या इंग्लैंड दो स्पिनरों के साथ उतर सकता है। इस बीच बटलर के रिप्लेसमेंट के तौर पर शामिल किए गए विकेटकीपर बल्लेबाज सैम बिलिंग्स को टीम से रिलीज कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान की पिच पर परंपरा के अनुसार स्पिन गेंदबाजी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
दरअसल बटलर पिछले 18 महीने से इंग्लैंड के नंबर एक विकेटकीपर रहे हैं और पांचवें और आखिरी टेस्ट में उनके एकादश (प्लेइंग इलेवन) में आने से या तो जॉनी बेयरस्टो या ओली पोप का बाहर जाना तय है। बेयरस्टो हालांकि अब तक चारों टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन सीरीज की शुरुआत में अच्छा दिखने के बावजूद इस सीरीज में फिलहाल उनकी औसत 26.29 है।
वहीं चौथे टेस्ट मैच में बटलर की जगह पर खेले ओली पोप ने पहली पारी में शानदार 81 रन बनाए थे, लेकिन वह दूसरी में असफल रहे थे। ऐसे में इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड और जो रूट के लिए आखिरी टेस्ट में एकादश का फैसला करना मुश्किल हो सकता है।
सिल्वरवुड ने एक बयान में कहा, “ बटलर ओल्ड ट्रैफर्ड के लिए उपलब्ध होंगे। हमें इस पर निर्णय लेना होगा, इसलिए हम अगले कुछ दिनों तक इस पर विचार करेंगे। फिलहाल मैं इस पर कुछ नहीं कह सकता। थोड़े दिन बाद मैं और जो रूट बात कर सकते हैं और अंतिम निर्णय ले सकते हैं। ”
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने बयान में कहा, चौथे टेस्ट के लिये टीम में शामिल किये गये सैम बिलिंग्स अपनी काउंटी टीम कैंट से जुड़ गये हैं।
ओवल के मैदान पर चौथे टेस्ट मैच और पूरी सीरीज में जेम्स एंडरसन और ओली रॉबिंसन पर भारी वर्कलोड होने के बावजूद इंग्लैंड ने टीम में अतिरिक्त तेज गेंदबाज न जोड़ने का फैसला लिया है। सिल्वरवुड ने हालांकि ओवल में हार के बाद स्वीकार किया है कि इंग्लैंड को यह तय करना होगा कि एंडरसन को अपने घरेलू मैदान पर खेलना चाहिए या नहीं। दरअसल एंडरसन भारत की दूसरी पारी के अंत तक पूरी तरह से थके हुए लग रहे थे। वहीं रॉबिंसन दोनों टीमों में से एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैंं जिन्होंने श्रृंखला में सबसे ज्यादा गेंदबाजी की है।
इंग्लैंड ने 2007 के बाद भारत से घरेलू धरती पर श्रृंखला नहीं गंवायी है और अब वह पांचवें मैच में दबाव में रहेगा।
पहले चारों मैच में खेलने वाले जेम्स एंडरसन को यदि विश्राम दिया जाता है तो मार्क वुड को उनकी जगह अंतिम एकादश में लिया जा सकता है।
इंग्लैंड की टीम इस प्रकार है : जो रूट (कप्तान), मोइन अली, जेम्स एंडरसन, जोनाथन बेयरस्टो, रोरी बर्न्स, जोस बटलर, सैम कुरेन, हसीब हमीद, डैन लॉरेन्स, जैक लीच, डेविड मालन, क्रेग ओवरटन, ओली पोप, ओली रॉबिन्सन, क्रिस वोक्स और मार्क वुड।