ऋषभ पंत ने हाल के कुछ महीनों में खुद को नायक की भूमिका में स्थापित कर लिया है। हालांकि इस दौरान उन्होंने टीम इंडिया के लिए टर्निंग प्वाइंट पारियां लाल गेंद से खेली हैं लेकिन इसके दम पर उनकी एंट्री अब नीली जर्सी की क्रिकेट में भी होने जा रही है।
ऋषभ पंत की शानदार वापसी से शीर्ष क्रम में चीजें दिलचस्प हो जायेंगी। पंत के शामिल होने का मतलब है कि लोकेश राहुल को नहीं खिलाया जायेगा जो कुछ महीने पहले तक विकेटकीपर सलामी बल्लेबाज के तौर पर पहली पसंद थे।
लेकिन यह घातक भी साबित हो सकता है क्योंकि केएल राहुल ने न सिर्फ आईपीएल में ही ऑरेंज कैप नहीं पायी है बल्कि ऑस्ट्रेलिया में खेली गई टी-20 सीरीज में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
इसके अलावा जो सबसे बड़ा आंकडा केएल राहुल के पक्ष में बात कहता है वह है इंग्लैंड की टीम के खिलाफ उनका प्रदर्शन। सिर्फ 3 ही भारतीय बल्लेबाजों का टी-20 क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ 40 से ज्यादा का औसत है। इनमें से केएल राहुल एक हैं।
पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोना का टी-20 में इंग्लैंड के खिलाफ 49.33 का औसत था। केएल राहुल का इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 क्रिकेट में 45.40 का औसत है। उनसे नीचे भारतीय ओपनर रोहित शर्मा हैं जिन्होंने टी-20 मैचों में इंग्लैंड के खिलाफ 40.20 की औसत से रन बनाए हैं।
यही नहीं भारत और इंग्लैंड के बीच कुल हुए सभी मुकाबलों में केएल राहुल का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। केएल राहुल ने नाबाद 101 रनों की पारी इस लिस्ट में सबसे ऊपर है। इसके बाद रोहित शर्मा है जिन्होंने इंग्लैंड के विरुद्ध 100 रन बनाे थे। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का 68 रनों का स्कोर किसी भारतीय का तीसरा सबसे उच्चतम स्कोर है।
यह दो आंकड़े गवाही देते हैं कि केएल राहुल कितने आक्रमक हैं और इंग्लैंड के खिलाफ उनकी आक्रमकता दोगुनी हो जाती है। ऐसे में अगर चयनकर्ता पंत को लेकर केएल राहुल को बल्लेबाजी क्रम में कहीं और फिट नहीं कर पाते हैं तो यह पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा होगा।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक तो यही बात सामने आ रही है कि चयनकर्ता राहुल को टीम में लेने के पक्ष में है लेकिन खिलाड़ियों की दावेदारी इतनी है कि वह राहुल को किसी भी नंबर पर फिट नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि इस बात की पुष्टि तो टी-20 टीम की घोषणा के बाद ही होगी। (वेबदुनिया डेस्क)