नई दिल्ली। भारत के आगामी वेस्टइंडीज दौरे के लिए ट्वंटी-20 टीम का हिस्सा बनाए गए ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या ने कहा है कि वह कप्तान विराट कोहली से उनके निरंतर लय में खेलने का गुर सीखना चाहते हैं।
वेस्टइंडीज में चल रही भारत ए सीरीज का हिस्सा क्रुणाल का हाल में संपन्न गैर आधिकारिक 5 वनडे मैचों की सीरीज में प्रभावशाली प्रदर्शन रहा था जिसे भारत ने 4-1 से जीता था।
उनके ऑलराउंडर प्रदर्शन की बदौलत चयनकर्ताओं ने 3 अगस्त से वेस्टइंडीज दौरे के लिए सीनियर भारतीय ट्वंटी-20 पुरुष टीम में उनका चयन किया है।
चयनकर्ताओं ने रविवार को घोषित टीम में भारत ए टीम के खिलाड़ियों का प्रदर्शन मद्देनजर रखा था। भारत अगस्त में विराट कोहली की कप्तानी में वेस्टइंडीज में 3 ट्वंटी-20, 3 वनडे और 2 टेस्टों की सीरीज के लिए दौरा करेगा।
भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के बड़े भाई क्रुणाल ने बीसीसीआई टीवी से साक्षात्कार में कहा कि वह महेंद्र सिंह धोनी और विराट के खेल से प्रभावित हैं और उनसे सीखना चाहते हैं।
क्रुणाल ने कहा, माही भाई से बेहतर कोई अन्य फिनिशर क्रिकेट में नहीं है जबकि विराट में संयम है और वह परिस्थितियों के अनुकूल खेलना जानते हैं। इसी से ये दोनों दुनिया के दिग्गज क्रिकेटरों में गिने जाते हैं। धोनी आगामी वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम का हिस्सा नहीं हैं जबकि विराट तीनों प्रारूपों में टीम के कप्तान हैं।
ट्वंटी-20 टीम का हिस्सा क्रुणाल ने माना कि विराट लगातार लयबद्ध खेल रहे हैं और वह 3 अगस्त से शुरू होने वाली सीरीज में उनसे इसी निरंतरता के गुर को सीखना चाहेंगे। उन्होंने कहा, मैं विराट से उनके लगातार खेलने और रन बनाने की भूख और निरंतरता को सीखना चाहता हूं। कैसे वह हर प्रारूप में शून्य से शुरू कर बड़े स्कोर तक पहुंचते हैं और टीम को जीत दिलाते हैं।
28 साल के क्रुणाल ने भारत ए दौरे की अहमियत बताते हुए कहा कि खिलाड़ियों को इससे परिस्थितियों के अनुकूल खुद को ढालने का मौका मिला है। उन्होंने कहा, पिछले दो तीन वर्षों मैं इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड गया हूं। भारत ए दौरे से आपको सीनियर टीम के साथ खेलने का मौका मिलता है।
अपने अच्छे प्रदर्शन के लिए क्रुणाल ने आईपीएल को भी श्रेय दिया जिसमें वह मुंबई इंडियन्स टीम के लिए खेलते हैं। उन्होंने कहा, मेरे करियर के लिए सबसे बड़ा टर्निंग प्वांइट मुंबई इंडियन्स के लिए खेलना था जहां मैं अपनी प्रतिभा दिखा सका। जब आप आईपीएल में खेलते हैं तो अलग सा दबाव रहता है। लेकिन इससे मुझे काफी सीखने को मिला है।