कानपुर। 'चाइनामैन' गेंदबाज कुलदीप यादव का कहना है कि रविवार को यहां भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने तीसरे और अंतिम वनडे में अगर उन्हें अंतिम एकादश में मौका मिलता है तो वे घरेलू दर्शकों के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। कुलदीप का बचपन यहां की गलियों में गुजरा और इसी ग्रीनपार्क मैदान में क्रिकेट सीखा।
उन्होंने कहा कि अगर रविवार को मुझे अंतिम 11 में चुना गया है तो मैं अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा। अपने मैदान में घरेलू दर्शकों के सामने की बात सोचकर बहुत रोमांचित हूं। कानपुर के ग्रीनपार्क का यह पहला दिन-रात्रि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच होगा।
कुलदीप ने शनिवार को भाषा से एक विशेष बातचीत में कहा कि देश-दुनिया में कहीं भी खेलो लेकिन अपने शहर, अपने मैदान और अपने लोगों के बीच क्रिकेट खेलने का जोश और जुनून कुछ अलग ही होता है। मैं इसी कानपुर शहर में पैदा हुआ और यहां की गलियों में बड़ा हुआ, यहीं पढ़ाई की, यहीं क्रिकेट की एबीसीडी सीखी।
मैच के बारे में क्या कोई विशेष रणनीति बनाई है? तो उन्होंने कहा कि अगर मुझे अंतिम एकादश में चुना जाता है तो मैं अपनी रणनीति मैदान में ही दिखाऊंगा, क्योंकि यह ग्रीनपार्क मेरा घरेलू मैदान है और मैं इसकी पिच की रग-रग से वाकिफ हूं, क्योंकि मैंने इस मैदान पर बहुत क्रिकेट खेला है।
उन्होंने कहा कि रविवार को मैं अपने कानपुर के जाजमऊ स्थित घर भी गया। बहुत दिन हो गए थे अपनी मां के हाथ का खाना खाए, अपने पिता और बहनों से मिले। काफी देर तक सबके साथ रहा और परिवार के साथ समय बिताकर बहुत अच्छा लगा।
गौरतलब है कि 14 दिसंबर 1994 को क्रिकेटर कुलदीप का जन्म कानपुर के जाजमऊ इलाके में हुआ था। वे एक मध्यमवर्गीय परिवार से हैं और उनके पिता रामसिंह यादव ईंट का भट्टा चलाते हैं। कुलदीप ने कानपुर के ही एक स्कूल में पढ़ाई की और उन्होंने क्रिकेट भी कानपुर के ग्रीनपार्क और कमला क्लब मैदान में सीखा। कुलदीप के पिता और उनका परिवार भी कुलदीप को यहां क्रिकेट खेलते हुए देखना चाहते हैं।
कुलदीप से जब इस बारे में पूछा गया कि क्या उनके माता-पिता और उनकी बहनें रविवार को उनका मैच देखने ग्रीनपार्क आएंगे? इस पर कुलदीप ने कहा कि मैं जब घर में होता हूं तो क्रिकेट की बात नहीं करता हूं। अगर उनका मन होगा तो आएंगे, नहीं हुआ तो नहीं आएंगे। मैंने उनसे इस बारे में कुछ नहीं कहा है।
उप्र क्रिकेट संघ के सीईओ ललित खन्ना ने बताया कि सभी खिलाड़ियों की तरह कुलदीप के परिवार के लिए भी मैच के पास बीसीसीआई अधिकारियों को दे दिए गए और इस क्रिकेटर के परिवार के पास मैच के पास पहुंच गए हैं। (भाषा)