एडीलेड: पूर्व कप्तान डेरेन सैमी ने कहा कि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों को दुनिया भर में विभिन्न फ्रेंचाइजी लीग में खेलने से नहीं रोक सकता क्योंकि वह उन्हें वित्तीय सुरक्षा नहीं मुहैया कराता।
वेस्टइंडीज की टीम यहां खेले जा रहे टी20 विश्व कप के सुपर 12 के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकी। टीम के गिरते स्तर पर बात करते हुए सैमी की आंखें इस दर्द को बयां करती हैं।
दो टी20 विश्व कप दिलाने वाले कप्तान सैमी का इससे हताश और नाराज होना लाजमी है। वह बहुत स्पष्ट हैं कि बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) की तरह वेस्टइंडीज बोर्ड अपने खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी लीग में भाग लेने से नहीं रोक सकता।
उन्होंने कहा, भारत मजबूत है क्योंकि वे अपने खिलाड़ियों को कह सकता है कि आप कहीं और नहीं खेल सकते। आपको समझना होगा कि उनके पास पैसा है, इसलिये वे उन्हें रोक सकते हैं।
सैमी ने कहा, भारत में ए सूची के अनुबंधित खिलाड़ी एक साल में शायद 10 लाख डॉलर (सात करोड़ से ज्यादा की मैच फीस और टीवी अधिकार राशि) कमाते हैं जबकि वेस्टइंडीज ए सूची के खिलाड़ी की कमाई 150,000 डॉलर (करीब 1.2 करोड़ रूपये) है।
उन्होंने कहा, इसमें काफी अंतर है और निश्चित रूप से इस भुगतान में (असमानता) का बड़ा अंतर हमेशा दिखेगा। छोटे बोर्ड के लिये खिलाड़ियों को अपने साथ बनाये रखना बहुत मुश्किल है जबकि उन्हें कहीं और अच्छी राशि मिल रही हो।
सैमी ने कहा, अब वो दिन चले गये जब आप किक्रेट के प्रति लगाव के लिये खेलते थे। यह लगाव आपको सुपरमार्केट से भाजी-तरकारी नहीं खरीदवा सकता।
सितारों के बिना टी-20 विश्वकप खेलने पहुंची थी वेस्टइंडीज
टी20 विश्व कप के लिए वेस्टइंडीज़ टीम प्रबंधन के पास प्रमुख खिलाड़ियों की उपलब्धता पर कोई स्पष्टता नहीं थी। आंद्रे रसेल ने खु़द को चयन के लिए उपलब्ध नहीं कराया था। सुनील नारायण की उपलब्धता की स्थिति थोड़ी रहस्यपूर्ण थी। एविन लुइस और ओशेन थॉमस अपने फ़िटनेस टेस्ट के लिए उपस्थित नहीं थे।
शेल्डन कॉट्रेल, फ़ेबियन ऐलेन और रॉस्टन चेज़ चोटिल होने के कारण टीम से बाहर थे। नतीज़तन पुरुषों के टी20 विश्व कप से लगभग दो महीने पहले वेस्टइंडीज़ अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम चुनने में पूरी तरह से अक्षम थी। इस पर ताबतू में आखिरी कील तब साबित हुई शिमरन हिटमायर ने दूसरी बार इंडीज बोर्ड के उड़ान की व्यवस्था करने पर भी उड़ान नहीं किया और वह टी-20 विश्वकप से बाहर कर दिए गए।
पहले दौर में ही बाहर हुई वेस्टइंडीज की टीम
दो बार का चैंपियन वेस्टइंडीज टी20 विश्व कप के इतिहास में पहली बार पहले दौर से आगे नहीं बढ़ पाया। वेस्ट इंडीज टी20 विश्व कप के पहले दौर में अपने ग्रुप की सबसे निचली टीम होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। उसने अपने दूसरे मैच में जिम्बाब्वे को हराया लेकिन पहले और तीसरे मैच में उन्हें क्रमशः स्कॉटलैंड और आयरलैंड से शिकस्त मिली थी।
वेस्टइंडीज की खस्ता हालत का अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि चारों टीमों में वह सबसे निचले स्थान पर थी और 3 मैचों में से 2 मैच हारकर उसकी रन रेट-.56 था।
टीम की बल्लेबाजी इस हालत की जिम्मेदार रही थी। स्कॉटलैंड के खिलाफ टीम ने लगातार विकेट गिराए। जिम्मबाब्वे के खिलाफ भी मध्यक्रम लड़खड़ाया था लेकिन गेंदबाजों के बदौलत जीत मिली थी और आयरलैंड के खिलाफ करारी हार से इंडीज का विश्वकप का सफर 1 हफ्ते भी नहीं चल पाया था।