पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज 1-4 से हारने वाली टीम इंडिया के बचाव में सामने आते हुए कहा है कि अभ्यास मैचों की कमी से टीम का प्रदर्शन प्रभावित हुआ। भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले मात्र एक अभ्यास मैच खेला था और धोनी के अनुसार भारतीय बल्लेबाजों के विफल रहने का यह बड़ा कारण था।
धोनी ने कहा कि भारतीय टीम को टेस्ट सीरीज से पहले अभ्यास मैच नहीं खेल पाने की कमी खली। यही वजह है कि बल्लेबाजों को परिस्थितियों से तालमेल बैठाने में परेशानी हुई और बल्लेबाजी विफल रही। लेकिन विदेशी जमीन पर टेस्ट सीरीज की नाकामी से आप उनकी उपलब्धियों का श्रेय उनसे नहीं छीन सकते। यह सब खेल का हिस्सा है और हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत मौजूदा विश्व रैंकिंग में अब भी नंबर 1 है।
37 वर्षीय धोनी ने कहा कि मैंने सही समय पर कप्तानी छोड़ी, क्योंकि मैं चाहता था कि नए कप्तान को 2019 विश्व कप की टीम तैयार करने के लिए पूरा समय मिले। नए कप्तान को पूरा समय दिए बिना एक मजबूत टीम चुनना संभव नहीं है। मुझे लगता है कि मैंने सही समय पर कप्तानी छोड़ी।
भारत को एशिया कप में अपना पहला मैच 18 सितंबर को दुबई में हांगकांग से खेलना है और अगले दिन उसका मुकाबला चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होना है।