नई दिल्ली। महेंद्र सिंह धोनी को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माना जाता है और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज एंडी बिकेल का मानना है कि मैच के अंतिम क्षणों में इस विकेटकीपर बल्लेबाज का बिना किसी हड़बड़ी के टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने की महारत से भारत अन्य टीमों को पीछे छोड़ देता है।
बिकेल उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो धोनी के खिलाफ खेल चुके हैं और आईपीएल में उनकी कप्तानी में भी खेले हैं। वह इस पूर्व भारतीय कप्तान के खेल और क्रिकेट की समझ से अच्छी तरह परिचित हैं।
बिकेल ने कहा भले ही वह (धोनी) कप्तान नहीं हैं लेकिन बीच के ओवरों में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उनके यह सुझाव काफी उपयोगी होंगे क्योंकि वह बहुत अनुभवी हैं और उनके एक या दो सुझाव भी काफी मायने रखेंगे। यह संभवत: उनका अंतिम विश्व कप होगा और वह अपनी तरफ से टीम को अधिक से अधिक देना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘धोनी वर्षों से फिनिशर की भूमिका निभा रहे हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि वह फिर से इसमें खरे उतरेंगे। धोनी की उपस्थिति से भारत इस मामले में फायदे में दिख रहा है मैच के अंतिम क्षणों में भी टीम पर किसी तरह की हड़बड़ाहट में नहीं दिखेगी। धोनी उसमें शांतचितता का प्रभाव बनाए रखेंगे।’
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 19 टेस्ट और 67 वनडे खेलने वाले बिकेल को लगता है कि धोनी के अनुभव का विराट कोहली को न सिर्फ कप्तानी में बल्कि बल्लेबाजी में भी फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘धोनी का अनुभव बल्लेबाजी में बाद के ओवरों में विराट के काफी काम आएगा जिस तरह से वीरू (वीरेंद्र सहवाग) को सचिन (तेंदुलकर) के अनुभव का लाभ मिला वैसा ही कोहली को धोनी के विराट अनुभव का फायदा मिलता रहा है।’ बिकेल ने हालांकि भारत के विश्व कप अभियान में आलराउंडर हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताया।
उन्होंने कहा, ‘अगर भारत को विश्व कप में आगे बढ़ना है तो जडेजा और हार्दिक पांड्या को अच्छा प्रदर्शन करना होगा। इन दोनों की बीच के ओवरों में गेंदबाजी करते हुए और डेथ ओवरों में बल्लेबाजी काफी अहम साबित होगी। जडेजा इंग्लैंड में काफी सफल रहे हैं। इस बार मैच बड़े स्कोर वाले होने की संभावना है और ऐसे में बीच के ओवरों की गेंदबाजी काफी मायने रखेगी।’
बिकेल भले ही किसी एक टीम को खिताब का दावेदार नहीं बताना चाहते लेकिन उनकी नजर में भारतीय टीम बेहद संतुलित है और इसका एक कारण उसका तेज गेंदबाजी आक्रमण भी है जिसमें जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी शामिल हैं।
विश्व कप 2003 में ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले बिकेल ने कहा, ‘भारत के पास शानदार आक्रमण है। उसके तीनों तेज गेंदबाज अपनी विधा में माहिर हैं। जसप्रीत विश्वस्तरीय गेंदबाज है और उसने हाल में आईपीएल में बेहतरीन गेंदबाजी की। देखना होगा कि वह इतने लंबे टूर्नामेंट में 10 ओवर तक अपनी निरंतरता बनाए रख सकते हैं या नहीं।’
उन्होंने कहा, ‘भुवनेश्वर कुमार इंग्लैंड की परिस्थितियों में विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं। वह गेंद को दोनों तरफ स्विंग करा सकता है। मोहम्मद शमी लगातार 140 की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकता है जो कि काफी मायने रखता है।’ ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप में संभावना के बारे में बिकेल ने कहा कि स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की वापसी से टीम को मजबूती मिली है और खिलाड़ियों ने उनकी वापसी को सहजता से स्वीकार किया है।
बिकेल ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया ने हाल में भारत और पाकिस्तान को वनडे में हराया है। डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ की वापसी से टीम मजबूत ही नहीं ऊर्जावान भी बनी है। अगर वॉर्नर और स्मिथ पहले मैच से अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो आगे के लिए चीजें आसान हो जाएंगी। टीम उन दोनों के साथ सहज है जैसा कि (कोच) जस्टिन लैंगर ने भी कहा है तो यह अच्छे संकेत हैं।’
बिकेल ने विश्व कप 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ पोर्ट एलिजाबेथ में 20 रन देकर 7 विकेट लिए थे जिसे उन्होंने अपने करियर का विशेष मैच करार दिया। बिकेल ने इस मैच में 10वें नंबर के बल्लेबाज के रूप में नाबाद 34 रन बनाकर टीम को लक्ष्य तक भी पहुंचाया था।
उन्होंने कहा, ‘मैं उस पूरे टूर्नामेंट में खेला था लेकिन वह मैच मेरे लिए विशेष था। मैंने बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन जब आप देश के लिए खेलते हैं तो आपके लिए हर मैच विशेष हो जाता है।’