मेलबर्न। मयंक अग्रवाल (76 रन) की पदार्पण मैच में शानदार अर्धशतकीय पारी के बाद चेतेश्वर पुजारा और कप्तान विराट कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिए 92 रन की अविजित साझेदारी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार से शुरू हुए तीसरे बाक्सिंग डे टेस्ट के पहले दिन स्टम्प्स तक दो विकेट के नुकसान पर 215 रन जोड़ लिए।
विराट ने यहां मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) मैदान पर टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया और अपनी पहली पारी में दिन की समाप्ति तक 89 ओवर में दो विकेट गंवाकर 215 रन बना लिए। मयंक ने 76 रन बनाए जबकि पुजारा 68 रन और विराट 47 रन बनाकर नाबाद क्रीज़ पर हैं। भारत के आठ विकेट सुरक्षित हैं।
ऑस्ट्रेलिया के लिए तेज़ गेंदबाज़ पैट कमिंस 19 ओवर में 40 रन देकर दो विकेट ले सके जबकि अन्य किसी गेंदबाज़ को कोई विकेट हाथ नहीं लगा। गेंदबाज़ों ने हालांकि किफायती गेंदबाजी की लेकिन तेज़ गेंदबाज़ जोश हेजलवुड 45 रन, मिशेल स्टार्क 32 रन, मिशेल मार्श 23 रन और ऑफ स्पिनर नाथन लियोन 59 रन देकर खाली हाथ रहे।
चार मैचों की सीरीज़ में पर्थ में पिछला मैच हारकर 1-1 की बराबरी पर आ गई भारतीय टीम ने मैच में अपनी नई ओपनिंग जोड़ी की मदद से सधी हुई शुरूआत करने का प्रयास किया। लोकेश राहुल और मुरली विजय की अनुभवी जोड़ी के बजाय हनुमा विहारी और मयंक की नई ओपनिंग जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 40 रन जोड़े।
मध्यक्रम के बल्लेबाज़ हनुमा हालांकि बल्लेबाज़ी के ओपनिंग क्रम में लय नहीं दिखा सके लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों के सामने टिकने का जज्बा दिखाते हुए 66 गेंदों का सामना किया और मात्र आठ रन जोड़े। उन्हें पैट कमिंस ने आरोन फिंच के हाथों कैच कराकर 19वें ओवर में भारत का पहला विकेट निकाला।
पदार्पण बल्लेबाज़ मयंक ने हालांकि इस साझेदारी के टूटने के बावजूद अपना छोर संभालकर खेलते हुए भरोसेमंद बल्लेबाज़ पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 83 रन जोड़ डाले। मयंक ने 161 गेंदों का सामना किया और आठ चौके और एक छक्के की मदद से 76 रन बनाए। कर्नाटक के 27 वर्षीय बल्लेबाज़ मयंक पिछले काफी समय से टेस्ट टीम में जगह बनाने का इंतजार कर रहे थे और उन्होंने बाक्सिंग डे टेस्ट में मिले इस सुनहरे मौके का भरपूर फायदा उठाते हुए टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक 95 गेंदों में पूरा कर लिया।
कमिंस ने 55वें ओवर में चायकाल से पूर्व कप्तान टिम पेन के हाथों मयंक को कैच कराकर भारत का दूसरा अहम विकेट निकाल लिया। भारत ने चायकाल तक 123 के स्कोर पर दो विकेट गंवाए। मयंक ने इस स्कोर के साथ ऑस्ट्रेलिया में पदार्पण मैच में सर्वाधिक स्कोर बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ बनने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इससे पहले दिसंबर 1947 में दत्तू फडकर ने 51 रन के साथ यह रिकॉर्ड कायम किया था।