आज अगर अजिंक्य रहाणे चोटिल ना होते तो शायद मयंक अग्रवाल मुंबई में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट का हिस्सा ही ना होते। अंतिम एकादश में कप्तान विराट कोहली की वापसी से मयंक अग्रवाल का बाहर होना लगभग तय था क्योंकि मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और गेंदबाजी कोच पारस महाम्ब्रे सहित सहयोगी स्टाफ ने अजिंक्य रहाणे का समर्थन किया थाजो खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अलग ही खिचड़ी पक रही थी। टीम मैनेजमेंट मयंक अग्रवाल को बलि का बकरा बनाने पर तुला हुआ था ताकि किसी तरह पुजारा और रहाणे की जगह अंतिम ग्यारह में बच सके। फिर भले ही इसके लिए पूरा बल्लेबाजी क्रम ही क्यों ना बदलना पड़े।
लेकिन जैसे ही यह तय हुआ कि अजिंक्य रहाणे हैमस्ट्रिंग के कारण नहीं खेल पाएंगे और उनकी जगह विराट कोहली टीम में शामिल हुए है वैसे ही मयंक अग्रवाल ने भी आज ठान लिया था कि वह आज कुछ बड़ा करेंगे।
बारिश के कारण मैच देर से शुरु हुआ। पहले एक घंटे में मयंक अग्रवाल ने संयम से बल्लेबाजी की और विकेट नहीं गिरने दिया। इसके बाद उन्होंने रन गति बढ़ाना शुरु किया। शुरू में थोड़ा असहज रहने के बाद मयंक न्यूजीलैंड के बायें हाथ के स्पिनर एजाज पटेल पर सीधे छक्का जड़कर लय में आ गये।
80 की साझेदारी के बाद मयंक अग्रवाल ने दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते हुए देखे लेकिन अपना संयम नहीं खोया और चायकाल होने से पहले अपना अर्धशतक (52) पूरा कर लिया।
दूसरे टेस्ट के अंतिम सत्र में उन्होंने अपना शतक पूरा किया और चयनकर्ताओं को बताया कि वह बुरे फॉर्म से गुजर रहे चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की जगह जिसको बैंच पर बैठाने की सोच रहे थे, वह एक शतकवीर था।
उनकी और श्रेयस अय्यर (18) के बीच चौथे विकेट के लिये बनी 80 रन की साझेदारी के दौरान उन्होंने अपने जज्बे से प्रभावित किया। मंयक ने साहा के साथ अभी तक 61 रन की साझेदारी निभा ली है। मयंक 120 रन बनाकर खेल रहे हैं। दूसरे छोर पर रिद्धिमान साहा 25 रन बनाकर डटे हैं। टेस्ट क्रिकेट में अपनी चौथी शतकीय पारी के दौरान मंयक ने 14 चौके और चार छक्के लगाये।
सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने दबाव भरी परिस्थितियों में शानदार शतक जड़ा जिससे भारत ने शीर्ष क्रम के चरमराने के बावजूद शुक्रवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन स्टंप तक चार विकेट पर 221 रन बनाये।
हालांकि मयंक अग्रवाल के बल्ले से एक लंबे समय बाद शतक निकला है। उन्होंने 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी बार शतक जड़ा था। इस मैच में उन्होंने 235 रन बनाए थे।
दिलचस्प बात यह है कि इस ही सीरीज से कप्तान विराट कोहली ने भी शतक नहीं जड़ा है। इसके अगले मैच में ही विराट ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स में गुलाबी गेंद से खेले गए दिन रात्रि टेस्ट में शतक जड़ा था। आज वह दुर्भाग्य पूर्ण तरीके से 0 पर आउट हो गए।
इंग्लैंड दौरे पर लग गई थी चोट
मयंक इंग्लैंड श्रृंखला के दौरान सलामी बल्लेबाज के तौर पर पहली पसंद थे लेकिन पहले मैच से पहले उनके सिर पर गेंद लगी और केएल राहुल ने इस मौके का पूरा फायदा उठाया।
विदेशों में टेस्ट सलामी बल्लेबाज के तौर पर रोहित का प्रदर्शन भी सर्वश्रेष्ठ रहा जिससे मयंक रिजर्व खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गये। लेकिन यह शतक जड़कर उनके सिर से बोझ कम हुआ होगा।
दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले चयनकर्ताओं को दे दिया सिरदर्द
अगली श्रृंखला (दक्षिण अफ्रीका में या फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू) में रोहित शर्मा और केएल राहुल की वापसी के बाद मयंक को अंतिम एकादश में जगह मिलना मुश्किल होगा। लेकिन उन्होंने शतक जड़कर कोच राहुल द्रविड़ के लिये अच्छी सिरदर्दी बढ़ा दी है।