मेलबर्न। एडीलेड में मिले जख्मों पर मरहम लगाते हुए भारतीय क्रिकेट टीम ने दूसरे टेस्ट के चौथे दिन खेल के हर विभाग में ऑस्ट्रेलिया को मात देते हुए 8 विकेट से जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने 4 मैचों की श्रृंखला में भी 1-1 से बराबरी कर ली।
टीम इंडिया ने जैसे ही ऑस्ट्रेलिया पर दूसरे टेस्ट में 8 विकेट से जीत दर्ज की ऑस्ट्रेलिया का मेलबोर्न भारत के लिए विदेशी जमीन पर सबसे सफल मैदान बन गया।भारत की ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न के एतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में 14 टेस्टों में यह चौथी जीत थी। इस तरह विदेशी जमीन पर मेलबोर्न भारत के लिए सबसे सफल मैदान बन गया।
दिलचस्प बात यह है कि भारत ने 2018 के पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे में मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट को 137 रन से जीता था। दूसरे शब्दों में भारत ने लगातार दो बार ऑस्ट्रेलिया को मेलबर्न में पटखनी दी।
27 दिसंबर को यह खबर आई थी कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर तीसरे टेस्ट मैच के आयोजन की संभावना कम हो गई, और मलबर्न बैक अप वैन्यू रहेगा।
लेकिन 29 दिसंबर यानि कि जब भारत दूसरा टेस्ट जीत गया तो यह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने साफ कर दिया कि तीसरा टेस्ट सिडनी में ही खेला जाएगा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया चाहता तो मेलबर्न में ही टेस्ट करा सकता था लेकिन उसको अपनी ही चाल भारी पड़ी।
इस बार मेलबर्न की पिच पर घास छोड़ी गई ताकि भारतीय बल्लेबाजी पर और दबाव बनाया जाए। लेकिन टॉस जीतकर पेन ने इसलिए बल्लेबाजी कर ली कि अंत में पिच पर गेंद का उछाल सामान्य नहीं होता। नतीजा यह रहा कि ऑस्ट्रेलिया 195 पर ऑल आउट हो गई।
अब सिडनी भी ऑस्ट्रेलिया के लिए एक खाई की तरह ही है।गौरतलब है कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड हमेशा से ही स्पिन गेंदबाजों की मददगार रही है। यह भारत के नजरिए से खुशखबरी ही है क्योंकि टीम के मुख्य स्पिनर आर अश्विन इस बार ऑस्ट्रेलिया में भारत के सबसे सफल गेंदबाज बनकर उभरे हैं। वहीं जड़ेजा भी इस पिच पर ज्यादा खतरनाक साबित हो सकते हैं।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया सिडनी की पिच से ज्यादा छेड़छाड़ नहीं करना चाहेगी क्योंकि वैसे ही उसे मेलबर्न की पिच पर मेहमानों को बेहतर खेलता देख लिया है। कुंआ और खाई में से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने खाई को आजमाना ही बेहतर समझा है।(वेबदुनिया डेस्क)