अपने न्यूनतम टेस्ट स्कोर 36 पर सिमटने के बाद भारतीय टीम ने मेलबर्न में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में जबरदस्त वापसी की है। इसका श्रेय दिया जा रहा है टीम सिलेक्शन और कप्तान अजिंक्य रहाणे की कप्तानी को।
पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने बॉक्सिंग डे टेस्ट में टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन रहाणे ने समझदारी से गेंदबाजी में बदलाव करते हुए मेजबान टीम के बल्लेबाजों पर दबाव बनाये रखा।
अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को गेंदबाजी के लिए जल्दी मौका देने की बात हो या फिर पदार्पण कर रहे मोहम्मद सिराज को देर से गेंद थमाने की, रहाणे का हर फैसला बेहतर साबित हुआ, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम की पहली पारी 195 रन पर सिमट गयी।
दूसरे दिन तो कप्तान रहाणे नहीं बल्लेबाज रहाणे की तारीफ हुई। इस टेस्ट सीरीज का पहला शतक अजिंक्य रहाणे ने लगाया। रहाणे ने शुरू में सतर्क रवैया अपनाया लेकिन वह जल्द ही वह अपने असली रंग में आ गये और उन्होंने गेंदबाजों का दबदबा नहीं बनने दिया।
तीसरे दिन भी उनके कुशल नेतृत्व के कारण ऑस्ट्रेलिया मेलबर्न में हार की कगार पर है और भारत साल में अपना पहला टेस्ट जीतने की कगार पर है।
भारतीय दिग्गजों जैसे वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण ने तो हाल ही में उनकी तारीफ के पुल बांधे ही थे, लेकिन दौरे से पहले ऑस्ट्रेलिया को फेवरेट बताने वाले इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज और कप्तान माइकल वॉन ने भी रहाणे की कप्तानी की तारीफ की है।
वॉन ने कहा कि अंडरडॉग माने जाने वाले भारत ने गजब की वापसी की है। स्मिथ अगर बुरे फॉर्म में है तो ऑस्ट्रेलिया का बल्लेबाजी क्रम बिखर जाता है। वहीं उन्होंने कहा कि अजिंक्य रहाणे ने बेहतरीन कप्तानी का मुजायरा किया है।
गौरतलब है कि इससे पहले वॉन ने भारतीय क्रिकेट पर बहुत शब्द बाण चलाए थे। उन्होंने यहां तक कहा था कि भारत इस दौरे पर एक भी सीरीज नहीं जीत पाएगा। भारतीय टीम ने पूर्व विदेशी खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन से राय बदलने पर मजबूर कर दिया है।
दिलचस्प बात यह है कि स्थायी कप्तान विराट कोहली के बाद कार्यवाहक कप्तान रहाणे ने उनसे बेहतर प्रदर्शन किया है। वहीं कोहली की कप्तानी और टीम सिलेक्शन की कई बार आलोचना हुई है। अगर पहला टेस्ट भारत जीत जाती है तो यह कोहली की कप्तानी के लिए खतरे की घंटी होगी।(वेबदुनिया डेस्क)