न्यूजीलैंड टीम के पूर्व कोच माइक हेसन को टीम इंडिया के कोच बनने का मौका नहीं मिला तो उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से आए कोच के ऑफर से इनकार कर दिया।
उल्लेखनीय है कि विश्व कप 2019 के फाइनल मुकाबले में खेली न्यूजीलैंड टीम में कोच भी भूमिका हेसन ने ही निभाई थी। हाल ही में टीम इंडिया का हेड कोच बनने के लिए जो 6 नाम चुने गए थे, उन नामों में इस कोच का भी नाम शामिल था।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हेसन की दिली इच्छा है कि वह सिर्फ टीम इंडिया के लिए ही है, लेकिन रवि शास्त्री इस पद के लिए दुबारा से चुन लिए गए और हेसन को निराशा हाथ लगी। हेसन को पाकिस्तान के अलावा बांग्लादेश से भी प्रशिक्षक बनने का मौका मिला था।
माइक हेसन सिर्फ टीम इंडिया का हेड कोच बनना चाहते थे। उनका कहाना है कि विश्व क्रिकेट में भारतीय टीम का कोच बनना सबसे बड़ी जरूरत है। पहले कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि हेसन ने भारत के अलावा पाकिस्तान और बांग्लादेश के प्रशिक्षक के लिए भी आवेदन किया था। इसके लिए उन्हें दोनों देशों के क्रिकेट बोर्डों से प्रस्ताव भी मिले थे। लेकिन अब कहा जा रहा है कि हेसन ने दोनों ही प्रस्ताव ठुकरा दिए हैं।
ऐसा कहा जा रहा है कि हेसन अब किसी भी टीम को फुलटाइम कोचिंग नहीं देना चाहते। उनकी प्राथमिकता टीवी कॉन्ट्रेक्ट्स को पूरा करना है। वे 6 साल तक न्यूजीलैंड के कोच रहे। विश्व कप के पहले ही उन्होंने साफ कर दिया था कि पारिवारिक व्यस्तताओं के चलते वे भविष्य में यह पद नहीं संभाल पाएंगे।
माइक हेसन के मना करने और मिकी ऑर्थर को हटाने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अब तक नया कोच नहीं ढूंढ पाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोई बड़ा विदेशी नाम पाकिस्तान टीम की कोचिंग में दिलचस्पी नहीं ले रहा। देश के जो पूर्व और बड़े खिलाड़ी हैं, वे ज्यादातर टीवी पर व्यस्त रहते हैं, लिहाजा वे भी ये जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते।
पूर्व कप्तान मिस्बाह उल हक को फिलहाल टीम के कंडीशनिंग कैम्प की जिम्मेदारी सौंपी गई है। माना जा रहा है कि संभवत: मिस्बाह को ही ये जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। लेकिन उनके नाम पर पीसीबी में सर्वसम्मति होना कठिन नजर आता है।