बेंगलुरू: हाल ही में टी-20 विश्वकप में अपना कमेंट्री का डेब्यू करने वाली भारत की पूर्व कप्तान मिताली राज अगले साल होने वाली महिला आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) टूर्नामेंट में खिलाड़ी , मेंटोर (मार्गदर्शक) या टीम की मालिक बनने के लिए अपने विकल्पों को खुला रख रही हैं।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने हाल ही में घोषणा की थी कि महिला आईपीएल के शुरुआती सत्र को अगले साल मार्च में आयोजित किया जायेगा, जो पुरूषों के आईपीएल से पहले होगा।
मिताली ने साक्षात्कार में कहा, मैं इस लीग के लिए अपनी भूमिका को लेकर विकल्पों को खुला रख रही हूं, यह चाहे एक खिलाड़ी के रूप में हो या एक फ्रेंचाइजी में किसी तरह से जुड़ाव के तौर पर।
इस साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाली मिताली ने कहा, अभी हालांकि कुछ भी स्पष्ट नहीं है। लीग में पांच टीमें हैं। इन टीमों का चयन कैसे होगा, इसके लिए बोली लगेगी या नीलामी से इसका फैसला होगा। जब तक कोई ठोस जानकारी नहीं है, मैं अपने सभी विकल्पों को खुला रख रही हूं।
कमेंट्री को कहा दिलचस्प अनुभव
मिताली ने हाल ही में एक कमेंटेटर के रूप में नयी शुरुआत की और उन्होंने इसे दिलचस्प करार दिया।उन्होंने कहा, मैं एक बहुत ही अलग दृष्टिकोण से क्रिकेट देख रही हूं। मैं करीब से मैचों के रोमांच को महसूस कर सकती हूं। मै अब भी एक खिलाड़ी की भावनाओं को महसूस कर सकती हूं।
बीसीसीआई ने अनुबंध प्राप्त महिला खिलाड़ियों की मैच फीस को पुरुष खिलाड़ियों के बराबर कर दिया है। मिताली से जब पूछा गया कि बोर्ड के इस कदम के बाद अब महिला क्रिकेट को और बढ़ावा देने के लिए और क्या करने की जरूरत है तो उन्होंने कहा कि रातोंरात कुछ भी नहीं बदलेगा और हर चीज के लिए समय होता है।
उन्होंने कहा, फिलहाल सभी को उन चीजों की सराहना करनी चाहिए जिससे महिला क्रिकेट में सुधार हो रहा है। वह कदम चाहे मैच फीस हो, महिला आईपीएल हो और अगले साल महिला अंडर -19 विश्व कप का पहला सत्र हो। शायद इन कदमों से और अधिक बदलाव आयेगा।
मिताली ने कहा कि वह अपनी आत्मकथा पर काम कर रही हैं और इसे अगले साल के मध्य में जारी करने पर विचार कर रही हैं।