लंदन: नवंबर 2020 के बाद मंगलवार को मोहम्मद शमी पहली बार वनडे खेलने लिए मैदान पर उतरे थे। हालांकि सिडनी में खेले गए उस वनडे मैच को शमी कभी भी याद नहीं रखना चाहेंगे। उस दौरान ऑस्ट्रेलिया ने 389 रन बनाते हुए भारत को 51 रनों से हराया था। जसप्रीत बुमराह और शमी ने उस मैच में 19 ओवरों में 152 रन दिए थे और सिर्फ़ दो विकेट निकाले थे।
हालांकि मंगलवार को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेला गया मैच कई मायनों में भारतीय गेंदबाज़ों के लिए शानदार रहा। मोहम्मद शमी इस मैच (अपने 80वें मैच) में 150 विकेट लेने वाले सबसे तेज़ भारतीय गेंदबाज़ बन गए। इसके अलावा पहले गेंदबाज़ी करते हुए भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों ने सभी 10 विकेट झटके। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था।
बुमराह ने इस वनडे मैच में अपने करियर का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 19 रन देकर 6 विकेट लिए। अपने इस गेंदबाज़ी प्रदर्शन के आधार पर बुमराह वनडे क्रिकेट रैकिंग में नंबर एक गेंदबाज़ बन गए हैं। इस मैच में शमी ने भी बुमराह का जम कर साथ दिया। उन्होंने 31 रन ख़र्च करते हुए तीन विकेट झटके। इसमें जॉस बटलर और बेन स्टोक्स जैसे बल्लेबाज़ों का विकेट भी शामिल था।
बीसीसीआई टीवी पर गेंदबाज़ी कोच पारस महाम्ब्रे से बात करते हुए शमी ने कहा, ''पिच पर गेंद रूक कर आ रही थी और कांटा भी बदल रही थी। इसी कारण से यह महत्वपूर्ण था कि सही एरिया में गेंदबाज़ी की जाए। हमारे सभी गेंदबाज़ों ने बढ़िया गेंदबाज़ी की। जिस पिच पर गेंद ज़्यादा स्विंग करती है वहां आपको सब कुछ साधारण ही रखना होता है, आपको ज़्यादा कुछ करने की ज़रूरत नहीं होती है। हमने वही किया और परिणामस्वरूप हमें विकेट मिला।''
पहले ओवर में ही शमी बेयरस्टो को जिस तरीक़े से बीट कर रहे थे, उससे यह साफ़ पता चल गया था कि पिच गेंदबाज़ों के लिए मददगार है। पहले ओवर के बाद बुमराह और शमी ने बातचीत करते हुए अपना प्लान तय किया और उस पर अमल करते हुए बुमराह ने अपने पहली ही ओवर में जेसन रॉय का विकेट निकाल लिया। रॉय ऑफ़ स्टंप के बाहर की फुलर लेंथ की गेंद को ड्राइव करना चाहते थे लेकिन गेंद बल्ले पर लग कर विकेट पर चली गई। उसके ठीक दो गेंदों के बाद बुमराह को जो रूट का भी विकेट मिल गया। बैक ऑफ़ लेंथ गेंद पर रूट ने कीपर को कैच थमा दिया। उस गेंद पर मिली अतिरिक्त उछाल ने रूट को चौंका दिया था।
शमी ने बुमराह के साथ अपनी गेंदबाज़ी के साझेदारी के बारे में बताया, ''हम इतने लंबे समय से एक साथ खेल रहे हैं कि दो ओवर में समझ जाते हैं कि पिच पर क्या हो रहा है और आपको क्या करना है। जब मैंने पहला ओवर फेंका, तो आप देख सकते थे कि गेंद स्विंग कर रही थी। बुमराह ने भी उसी लेंथ और लाइन पर गेंदबाज़ी करते हुए विकेट हासिल किए।''
शमी ने टी20 विश्व कप के बाद कोई टी20 मैच नहीं खेला था। आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस के साथ खेलते हुए उन्होंने 20 विकेट झटके थे। इसमें से 11 विकेट उन्होंने पावरप्ले के दौरान लिए थे।
क्या सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में भारत किसी और प्लान के साथ आगे बढ़ रहा है? इस पर शमी ने कहा, ''मैं काफ़ी समय से सफे़द गेंद की क्रिकेट से दूर था। यह एक लंबा ब्रेक था। हालांकि आप एक बार जब इस तरीक़े के वातावरण में अनुकुलित हो जाते हैं तो अपने जिम्मेदारियों को समझने लगते हैं। सबसे ज़्यादा ज़रूरी यह है कि आपकी सोच एकदम साफ़ हो। आपको कब कैसी लेंथ पर गेंदबाज़ी करनी है, यह आपको पता होना चाहिए।''
श्रृंखला के बाक़ी बचे मैच के लिए योजनाओं के बारे में पूछने पर शमी ने कहा, ''व्यक्तिगत रूप से मेरी योजना यह है कि सब कुछ सरल रखा जाए। आपको केवल यह सोचना होगा कि विकेट में क्या अलग हैं। यदि आप एक ही चीज़ को बार-बार दोहराते हैं तो सफलता की संभावना उतनी ही अधिक हो जाती है। केवल अगर विकेट धीमे और सूखे हैं तो आपके लिए योजनाओं को बदलने की गुंज़ाइश है।''(वार्ता)