29 वर्षीय मोहम्मद आमिर अगर अपना पूरा क्रिकेट करियर खेल जाते तो शायद उनके नाम गेंदबाजी के बड़े बड़े रिकॉर्ड होते लेकिन ऐसा हो ना सका। साल 2009 में श्रीलंका के विरूद्ध अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत करने के एक साल बाद ही आमिर के करियर पर ग्रहण लग गया।
स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में उन्हें 2010 से 2015 तक प्रतिबंध का सामना भी करना पड़ा। कप्तान सलमान बट, आमिर और मोहम्मद आसिफ को इंग्लैंड दौर पर फिक्सिंग का दोषी पाए जाने के बाद 2011 में आईसीसी ने 5 साल के लिए निलंबित कर दिया था।
आमिर के साथी तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ और तत्कालीन कप्तान सलमान बट्ट को वर्ष 2010 के इंग्लैंड दौरे में टेस्ट सिरीज के दौरान स्पॉट फिक्सिंग का दोषी करार देते हुए ब्रिटेन की एक अदालत ने नवंबर 2011 में जेल की सजा सुनाई थी।मोहम्मद आमिर को लगभग आधे साल तक हवालात में रहना पड़ा था।
क्या था मामला?
अगस्त 2010 में लॉर्ड्स क्रिकेट टेस्ट में तीन क्रिकेटरों ने सट्टेबाज मजहर माजिद के साथ मिलकर स्पॉट फिक्सिंग की थी और यह स्टिंग ऑपरेशन 'न्यूज ऑफ वर्ल्ड' के रिपोर्टर ने किया था।
इस पूरे मामले में स्पॉट फिक्सिंग की सभी बातें कैमरे में कैद हुई थी कि मैच के एक दिन पहले एक-एक नो बॉल कब फेंकी जाएगी। इसके लिए आरोपी क्रिकेटरों ने मोटी रकम ली थी।
इस टेस्ट मैच में कप्तान सलामान बट्ट के इशारे पर मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर ने क्रमश: एक और दो नो बॉल फेंकी थी।
अब इंग्लैंड में ही नागरिकता लेंगे मोहम्मद आमिर
इतने कटु अनुभव के बाद भी मोहम्मद आमिर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इंग्लैंड में बसने की ठानी है। गौरतलब है कि दिसंबर 2020 में पाक क्रिकेट को अलविदा कह चुके आमिर ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाकर क्रिकेट छोड़ने की बात कही थी।
आमिर ने सीमित ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान लगाने के लिए साल 2019 में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था क्योंकि उन्हें लगा कि उनका शरीर सभी प्रारूपों में खेलने के बोझ का सामना नहीं कर सकता।इस तेज गेंदबाज ने 2009 में पदार्पण के बाद 36 टेस्ट में 119 विकेट हासिल किए।
मोहम्मद आमिर ने अब ब्रिटिश नागरिकता हासिल करने की अर्जी दी है। उनके इस कदम से यह भी कयास लगाए जा रहे थे कि वह आईपीएल में खेलेने के लिए ऐसा कर रहे हैं। अगर उन्हें ब्रिटिश नागरिकता मिल जाती है तो वह अजहर महमूद की तरह आईपीएल का हिस्सा बन सकते हैं।
लंबे समय से ब्रिटेन में बसने की योजना थी आमिर की
टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद ही मोहम्मद आमिर ब्रिटिश पासपोर्ट हासिल करने और ब्रिटेन में बसने की योजना बना रहे थे।
आमिर ने सितंबर 2016 में एक ब्रिटिश नागरिक नरगिस मलिक से शादी की थी और वह जीवनसाथी (स्पाउज) वीजा के योग्य हैं जो उन्हें 30 महीने के लिए इंग्लैंड में रहने की अनुमति देता है। अब वह स्थायी रूप से इंग्लैंड के नागरिक बनना चाहते हैं। वह एक घर खरीदने की योजना भी बना चुके थे।
आमिर पाकिस्तान की उस टीम का हिस्सा थे जिसने 2009 विश्व टी20 कप जीतने के अलावा 2017 में चैंपियन्स ट्रॉफी खिताब जीता। जिस समय वह स्पॉट फिक्सिंग विवाद में फंसे थे उस समय उनकी उम्र महज 17 साल की थी। अब जिस देश के खिलाफ उन्होंने करियर तबाह करने वाला निर्णय लिया था वहीं के नागरिक बनने के वह बेहद करीब हैं।