विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं। जहां भारतीय टीम लगातर अभ्यास मैच खेल रही है तो वही न्यूजीलैंड की टीम 22 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीत से लबरेज है। ऐसे में मुकाबल बहुत कांटे का होने की उम्मीद है।
विश्वसनीय सूत्रों से मिल रही खबर के अनुसार दोनों ही टीमों को मैदान पर बहाए गए पसीने की उचित कीमत मिलेगी। इंग्लैंड के साउथैम्पटन में 18 जून से खेले जाने वाले आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के विजेता को टेस्ट चैंपियनशिप गदा के साथ पुरस्कार राशि के तौर पर 16 लाख डॉलर यानी लगभग 12 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को इसकी घोषणा की है।आईसीसी की ओर से सोमवार को जारी विज्ञप्ति के मुताबिक फाइनल में हारने वाली टीम को 800,000 डॉलर यानी लगभग छह करोड़ रुपए मिलेंगे।आईसीसी ने स्पष्ट किया है कि अगर डब्ल्यूटीसी फाइनल ड्रॉ या टाई पर खत्म होता है तो कुल पुरस्कार राशि को दोनों टीमों में बराबर बांटा जाएगा।
डब्ल्यूटीसी की अंक तालिका में तीसरे नंबर पर रहने वाली टीम को साढ़े चार लाख डॉलर यानी लगभग चार करोड़ रुपये तो वहीं चौथे स्थान पर रहने वाली टीम को साढ़े तीन लाख डॉलर यानी लगभग ढाई करोड़ रुपए दिए जाएंगे। पांचवें और छठे नंबर की टीमों को क्रमश: दो लाख और एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
इसके अलावा टेस्ट गदा, जो पहले आईसीसी पुरुष टेस्ट टीम रैंकिंग में शीर्ष पर रहने वाली टीमों को दिया जाता था, अब वह डब्ल्यूटीसी विजेता को दिया जाएगा।
गौरतलब है कि इस मुकाबले पर विश्वभर के फैंस की नजर है क्योंकि भारत और न्यूजीलैंड टेस्ट क्रिकेट की दो सर्वश्रेष्ठ टीमें है।
दोनों ही टीमें बेहतरीन स्थिती में है और दोनों ही टीमें इस मैच में जाने से पहले मान रही है कि मुकाबला एकतरफ नहीं होने वाला है। हाल ही में रविचंद्रन अश्विन ने एक बयान जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि न्यूजीलैंड बेहतरीन तैयारी के साथ टीम इंडिया से इस महा मुकाबले के लिए भिड़ने वाली है जिसके लिए भारतीय टीम को तैयार रहना चाहिए।
इससे पहले न्यूजीलैंड के कप्तान और आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 बल्लेबाज केन विलियमसन ने कहा था कि वह भारत की उच्च कोटि की गेंदबाजी के सामने बल्लेबाजी करने के लिए आतुर हैं। उनका मानना है कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाजी क्रम को खेलना सिर्फ उनके लिए ही नहीं टीम के सभी बल्लेबाजों के लिए एक चुनौती होगी।