दुबई: न्यूज़ीलैंड एजबस्टन में इंग्लैंड को चौथे दिन सुबह के सत्र में रविवार को आठ विकेट से पराजित कर टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक स्थान पर पहुंच गया है।
न्यूज़ीलैंड की इंग्लैंड में 1999 के उपरान्त 22 वर्षों के लम्बे अंतराल के बाद यह पहली टेस्ट सीरीज जीत है। न्यूज़ीलैंड को जीत के लिए 38 रन का लक्ष्य मिला था जो उसने 10.5 ओवर में दो विकेट पर 41 रन बनाकर हासिल कर लिया। कार्यवाहक कप्तान टॉम लाथम ने मैच विजय नाबाद 23 रन बनाये और अपनी पारी के दौरान 4000 टेस्ट रन भी पूरे कर लिए। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह नौंवें कीवी बल्लेबाज बन गए। मैट हेनरी को दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच और ओपनर डेवोन कॉनवे को सीरीज में 306 रन बनाने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार दिया गया।
ऐसे हुई टेस्ट में बेस्ट की जंग
पिछले साल दिसंबर में न्यूजीलैंड क्रिकेट के 90 वर्षों के इतिहास में पहली बार टीम आईसीसी टेस्ट रैंकिग के शीर्ष पायदान पर पहुंची थी।
न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 से पराजित किया था जिसका फायदा उसे मिला और वह ऑस्ट्रेलिया के पछाड़कर नंबर एक स्थान पर आ गया था। न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को पहले टेस्ट में 101 रन और दूसरे टेस्ट में पारी और 176 रन से हराया था।
इसके बाद पिछले महीने की वार्षिक अपडेट में भारत ने न्यूजीलैंड को सिर्फ 1 अंक से पछाड़ा था और टेस्ट में नंबर 1 की रैंक हासिल की थी। आईसीसी ने साल 2017 से जब भी टेस्ट रैंकिंग का वार्षिक अपडेट किया है भारतीय टीम नंबर 1 रैंक पर रही है। साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया नंबर 1 रैंक टीम थी। वहीं साल 2015, 2014 और 2013 में इस दौरान दक्षिण अफ्रीका नंबर 1 टेस्ट टीम थी। साल 2012 और 2011 में भारतीय टीम टेस्ट में नंबर 1 रही। इस तरह से देखा जाए तो सफेद लिबास में टीम इंडिया का दबदबा पिछले 10 सालों में कायम रहा है।
आईसीसी की शीर्ष दो टीमों के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का मैच 18 जून से खेला जाएगा।यह एक तरह से टेस्ट का विश्वकप होगा जिसमें विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीम का निर्णय हो जाएगा। हालांकि टीम इंडिया सोच रही थी कि वह नंबर 1 टीम बनकर इस फाइनल में उतरेगा लेकिन अब यह खिताब न्यूजीलैंड के सिर पर है। देखना होगा कि फाइनल जीतकर कौन टेस्ट मेस पकड़ता है।