महेंद्र सिंह धोनी की साक्षी के साथ शादी ने 2010 में सबको चौiका दिया। दोनों 4 जुलाई को विवाह बंधन में बंध गए। यह पहली बार था जब धोनी के साथ साक्षी का नाम जुड़ा और हमेशा के लिए दोनों साथ हो गए।
इस अचानक हुए विवाह से साक्षी और उनके धोनी के साथ हुए प्रेम की शुरुआत के विषय में पता लगाने की होड लग गई जिसमें कई कहानियों को जन्म मिला। आइए जानते हैं कि कैसे शुरू हुई भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और उनकी पत्नी साक्षी की प्रेम , उनकी मुलाकात और शादी तक पहुंचने की कहानी।
अन्य किसी भी सामान्य लड़की की तरह साक्षी ने भी अपनी शादी को लेकर कई सपने देखे जो उनके 21 बरस की होते होते पूरे भी हो गए। शादी से पहले साक्षी को क्रिकेट में बेहद कम रुचि थी परंतु किस्मत में भारतीय क्रिकेट के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक और कप्तान धोनी से शादी लिखी थी और यह हुआ भी।
धोनी ने पूरी दुनिया को अपनी अचानक शादी से चौंका दिया। धोनी ने कोलकाता की साक्षी सिंह रावत के साथ देहरादून में शादी की।
कोलकाता की साक्षी सिंह रावत के पारिवार का नाता देहरादून से जुड़ा है। हालांकि महेंद्र सिंह धोनी झारखंड के रांची में पैदा हुए पर उनका परिवार अलमोरा जिले से है। इस प्रकार साक्षी और धोनी के उत्तराखंड से होने वाले संबंध की वजह से साक्षी और धोनी को बचपन के मित्र माना गया। साक्षी और धोनी के परिवार एक दूसरे को बहुत पहले से जानते थे।
धोनी के पिता पान सिंह MECON (भारत सरकार का स्टील उत्पादन का कारखाना) में नौकरी की वजह से रांची जाकर बस गए। साक्षी और धोनी के पिता MECON में साथी थे। बाद में साक्षी के पिता केनोई ग्रुप की बीनागुरी चाय कंपनी में कार्यकारी निर्देशक बन गए।
साक्षी और महेंद्र सिंह धोनी रांची के DAV श्यामली स्कूल में पढते थे। बाद में साक्षी का परिवार देहरादून जाकर बस गया। साक्षी के दादाजी देहरादून में वन विभाग के सेवानिवृत अधिकारी थे।
साक्षी की आगे की शिक्षा देहरादून के वेलहेम में हुई और बाद में उन्होंने औरंगाबाद के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट से डिग्री हासिल की। साक्षी ने अपनी ट्रेनिंग कोलकाता के ताज बेंगाल होटल में पूरी की।
ताज बेंगाल होटल में 2008 में साक्षी और धोनी की फिर से मुलाकात हुई जब भारतीय टीम पाकिस्तान के साथ इडन गार्डन में होने वाले मैच के लिए ताज में रुकी थी। युद्धजीत दत्ता साक्षी और धोनी के दोस्त थे और उन्होंने ही दोनों की मुलाकात करवाई।
बाद में धोनी ने युद्धजीत से साक्षी का नंबर लिया और उन्हें मैसेज किया। पहले साक्षी को इस बात का विश्वास नहीं हुआ कि उन्हें धोनी ने मैसेज किया है। और इस तरह साक्षी और धोनी के प्रेम की शुरुआत हुई जो 2010 में शादी के रूप में सबके सामने आई।