INDvsWI इतने साल से विराट कोहली के मैदानी कारनामों को विस्मित भाव से देखते आये Mukesh Kumar मुकेश कुमार के लिये यह सपने जैसा था जब उनके पहले विकेट पर भारत के पूर्व कप्तान ने उन्हें गले लगा लिया।अपने 30वें जन्मदिन से कुछ महीने पहले ही टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले बिहार के गोपालगंज जिले के मुकेश कुमार पिछले सात साल में बंगाल की अंडर 23 टीम से लेकर भारत ए के लिये खेल चुके हैं।
मोहम्मद सिराज के साथ बीसीसीआई टीवी से बातचीत में उन्होंने कहा ,मुझे जब विकेट मिला तो विराट भैया भागकर आये और मुझे गले लगा लिया । मैं किसी और दुनिया में ही चला गया। इतने साल तक टीवी पर जिसे मैं देखता आया, उसने मुझे गले लगाया। अद्भुत अनुभव था।उन्होंने कहा ,जब आप और जेडी (उनादकट) भाई गेंदबाजी कर रहे थे तो रोहित भाई ने कहा था कि इस पिच पर तुरंत विकेट नहीं मिलेंगे। मेहनत करनी पड़ेगी।
मानसिक रूप से वह तैयार था लेकिन जब टीम बैठक में मैच से एक दिन पहले उसे पदार्पण के बारे में बताया गया तो उसे कुछ समय लगा।उन्होंने कहा , जब मुझे पता चला कि मैं सच में खेल रहा हूं तो मैं स्तब्ध रह गया। मैं हमेशा से खेलने के लिये तैयार था और इसलिये ही टीम बैठक में गया था। मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद मौका मिल सकता है।मुकेश ने कहा ,यहां सुबह थी और भारत में शाम हो रही थी। मैं शाम को होटल पहुंचा तो मां से बात की। मैने कहा कि मां मैं देश के लिये खेल रहा हूं। मेरे सभी रिश्तेदार भी बहुत खुश हैं जिन्होंने शुरू से मेरा साथ दिया।
भारत ए की टीम में लगभग सभी खिलाड़ी अंडर-23 आयु वर्ग के थे जिन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का अनुभव नहीं है। पाकिस्तान ए टीम में कम से कम आठ ऐसे खिलाड़ी थे जिन्हें पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम के प्रतिनिधित्व का अनुभव है।मुकेश कुमार ने दूसरे टेस्ट मैच में 32 रनों पर खेल रहे बाएं हाथ के बल्लेबाज मैकेंजी को चलता कर अपने टेस्ट करियर का पहला विकेट लिया। इस टेस्ट में वह तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर शार्दूल ठाकुर की जगह अंतिम एकादश में शामिल थे।