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11 साल पहले पिच क्यूरेटर थे नेथन लेयॉन, 324 दिनों के इंतजार के बाद मिला 400वां टेस्ट विकेट

हमें फॉलो करें 11 साल पहले पिच क्यूरेटर थे नेथन लेयॉन, 324 दिनों के इंतजार के बाद मिला 400वां टेस्ट विकेट
, शनिवार, 11 दिसंबर 2021 (13:56 IST)
ब्रिसबेन: कभी पिच क्यूरेटर के रूप में काम करने वाले नाथन लियोन शनिवार को टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट लेने वाले दुनिया के 17वें और ऑस्ट्रेलिया के तीसरे गेंदबाज बन गये। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के सातवें स्पिनर हैं।

लियोन ने 2010 में एडीलेड ओवल में मैदानकर्मी के रूप में नौकरी शुरू की थी और इसके एक साल बाद उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच खेला। इस 34 वर्षीय ऑफ स्पिनर ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और अब तक वह 101 टेस्ट मैचों में 403 विकेट ले चुके हैं।

लियोन ने पहले एशेज टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड के डाविड मलान के रूप में अपना 400वां विकेट लिया। वह लेग स्पिनर शेन वार्न (708) और तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा (563) के बाद तीसरे आस्ट्रेलियाई गेंदबाज हैं जो इस मुकाम पर पहुंचे।
विश्व क्रिकेट में लियोन यह उपलब्धि हासिल करने वाले 17वें गेंदबाज हैं। श्रीलंका के ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन 800 विकेट लेकर इस सूची में शीर्ष पर हैं। लियोन इस मुकाम पर पहुंचने वाले दुनिया के सातवें स्पिनर बन गये हैं। भारत के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने हाल में यह उपलब्धि हासिल की थी।

टेस्ट क्रिकेट में 400 से अधिक विकेट लेने वाले स्पिनरों में मुरलीधरन और वार्न के बाद अनिल कुंबले (619), रंगना हेराथ (433), अश्विन (427), हरभजन सिंह (417) और लियोन का नंबर आता है।

इनके अलावा 10 तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (632), मैकग्रा, स्टुअर्ट ब्रॉड (524), कर्टनी वाल्श (519), डेल स्टेन (439), कपिल देव (434), रिचर्ड हैडली (431), शॉन पोलाक (421), वसीम अकरम (414) और कर्टली एंब्रोस (405) इस सूची में शामिल हैं।
करीब एक साल तक करना पड़ा इस मकाम का इंतजार

6 जनवरी 2020 को बीजे वॉटलिंग को आउट करते हुए नाथन लियोन ने ऑस्ट्रेलिया को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ 3-0 से सीरीज़ जीत दिलाई थी। यह टेस्ट क्रिकेट में उनकी 390वीं विकेट थी।

एक साल बाद, 19 जनवरी 2021 को, भारत के ख़िलाफ़ गाबा टेस्ट के आख़िरी दिन वॉशिंगटन सुंदर के रूप में उन्होंने 399वां शिकार किया था। लेकिन 10 दिसंबर 2021 तक लायन 400 टेस्ट विकेट हासिल करने वाले तीसरे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बनने का इंतज़ार कर रहे थे। यह पल 11 दिसंबर 2021 आया, लेकिन इतनी आसानी से नहीं। लियोन के इंतज़ार का एक कारण है ऑस्ट्रेलियाई टीम का कम टेस्ट मैच खेलना।
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बोर्डर गावस्कर ट्रॉफी के अंत में खड़े थे 399 विकटों पर

2019 ऐशेज़ सीरीज़ के बाद से यह केवल उनका 10वां टेस्ट मैच था। हालांकि इसके बावजूद, कई बार 400 का आंकड़ा पार करने के क़रीब पहुंचे हैं लियोन। पिछले साल भारत के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में लियोन को गेंदबाज़ी करने की ज़रूरत ही नहीं पड़ी जब टीम इंडिया 36 रनों पर सिमट गई।

मेलबोर्न टेस्ट की दूसरी पारी में बचाने के लिए कुछ लक्ष्य बचा ही नहीं था। हालांकि अगले दो मैचों में भारत ने बढ़िया अंदाज़ से लियोन का सामना किया। सिडनी और गाबा टेस्ट में कुल मिलाकर लियोन के आंकड़े कुछ इस प्रकार थे - 351 रन देकर पांच विकेट। वैसे स्थिति कुछ और होती अगर टिम पेन ने सिडनी में उनकी गेंदबाज़ी पर दो कैच नहीं टपकाए होते। इस टेस्ट मैच से पहले लियोन ने दो शेफ़ील्ड शील्ड के मुक़ाबले खेले जहां 106 ओवर गेंदबाज़ी करने के बाद उन्हें चार सफलताएं मिली।

गाबा टेस्ट के तीसरे दिन उन्होंने बढ़िया गेंदबाज़ी की, मौक़े बनाए,बल्लेबाज़ों को बीट भी किया लेकिन वह विकेट से वंचित रह गए। जब डेविड मलान आठ रन के स्कोर पर थे, उन्होंने एक लेंथ गेंद को छोड़ने का फ़ैसला किया। वह गेंद ऑफ़ स्टंप के बाहर से कोण के साथ अंदर आती चली गई और मलान बोल्ड होते होते रह गए। हॉक-आई ने बताया कि उस गेंद और ऑफ़ स्टंप के बीच महज़ 1.6 सेंटीमीटर की दूरी थी।

मलान ने उस गेंद को छोड़ना चाहा क्योंकि तीन ओवर पहले लियोन की एक गेंद लेग स्टंप से घूमकर उनके बल्ले के बाहरी किनारे को बीट करती हुई कीपर के पास गई थी। वह केवल एक मौक़ा नहीं था जब लियोन विकेट लेने के क़रीब पहुंचे थे। अपनी पारी की शुरुआत में जो रूट स्वीप शॉट को लगभग शॉर्ट लेग फ़ील्डर की गोद में मार बैठे थे। अर्धशतक पूरा करने से ठीक पहले वाली गेंद पर वह बोल्ड होने से बच गए थे।
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गेंदबाजी से पैनापन गायब होता हुआ

इन सबके बीच लियोन ने मलान को फिर एक बार बाहरी किनारे पर बीट किया। केवल विकेटों की संख्या के अलावा कुछ ऐसे सबूत हैं जो दर्शाते हैं कि लियोन उतने ख़तरनाक गेंदबाज़ नहीं रहे हैं। भले ही इस साल लियोनने 3 ही टेस्ट मैच खेले हैं, उनकी गेंदबाज़ी में वह पैनापन नहीं नज़र आ रहा है। उन्होंने भले ही 400 का वह जादुई आंकड़ा पार कर लिया हो लेकिन जल्द से जल्द गेंदबाज़ी में ज़रूरी बदलाव करने होंगे।

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