श्रीलंका के बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज और विकेटकीपर निरोशन डिकवेला ने हाल ही में टेस्ट की एक पारी खेलकर सुर्खियां बटोरी इस पारी में वह शतक तो नहीं बना सके लेकिन टेस्ट जर्सी में अपने नाम को बदलने की वजह से जरूर सुर्खियों में आए।
वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बीच खेला जा रहा पहला टेस्ट ड्रॉ में समाप्त हुआ इसका काफी कुछ श्रेय निरोशन डिकवेला को जाता है। पहली पारी में श्रीलंका मात्र 169 रनों पर ऑल आउट हो गई थी और टेस्ट क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर जेसन होल्डर ने 5 विकेट लेकर लंकाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी।
हालांकि दूसरी पारी में श्रीलंका के निरोशन डिकवेला ने पहला टेस्ट खेल रहे पाथुम निसंका के साथ साझेदारी कर वेस्टइंडीज को 375 रनों का लक्ष्य दिया। हालांकि डिकवेला अपना शतक मात्र 4 रनों से चूक गए और कीमार रोच की एक गेंद से प्लेड ऑन हो गए।
लेकिन उनकी पारी से ज्यादा उनके नए नाम ने सुर्खियां बटोरी। निरोशन डिकवेला ने एक नई जर्सी पहली थी जिसमें उन्होंने अपने नाम से क शब्द हटा लिया था। यह वाक्या काफी लोकप्रिय हो गया। हालांकि यह निरोशन डिकवेला ने क्यों किया ऐसा कुछ भी बल्लेबाज ने खुलासा नहीं किया है। यह भी हो सकता है कि आने वाले दिनों में वह कानूनी तौर पर अपने नाम बदलने की घोषणा कर दें।
यह ट्विटर पर काफी बहस का विषय बना और कुछ लोगों ने इसका मजाक भी उड़ाा।
बहरहाल डिकवेला को शतक चूकने का दुख बहुत ज्यादा हुआ होगा। अगर वह शतक बना पाते तो यह टेस्ट क्रिकेट में उनका पहला शतक होता। हालांकि शतक चूक कर भी उन्होंने एक रिकॉर्ड बना लिया है।
शतक ना बनाकर उन्होंने सबसे ज्यादा अर्धशतक बनाए हैं ,उन्होंने भारत के चेतन चौहान का रिकॉर्ड तोड़ा है जिन्होंने बिना शतक लगाए सर्वाधिक 16 अर्धशतक जड़े थे। (वेबदुनिया डेस्क)