कराची। पाकिस्तान के मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता मिसबाह उल हक ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के कारण घर तक सीमित रहना निराशाजनक हो सकता है और वह उचित सुरक्षा उपायों के साथ खाली स्टेडियमों में क्रिकेट गतिविधियां शुरू करने के पक्षधर हैं।
ऐसी रिपोर्ट हैं कि इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) पाकिस्तान के खिलाफ अगस्त में मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड और साउथम्पटन में खाली स्टेडियमों में तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला आयोजित करने पर विचार कर रहा है। मिसबाह ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ क्रिकेट गतिविधियां शुरू होना पसंद करेंगे और उन्हें खाली स्टेडियमों में खेलने से कोई दिक्कत नहीं होगी।
उन्होंने कहा, ‘इस कोरोना वायरस महामारी में यह किसी के लिए भी आदर्श स्थिति नहीं है तथा स्वास्थ्य और सभी का स्वस्थ रहना निश्चित तौर पर हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए लेकिन अगर उचित सुरक्षा उपायों के साथ खाली स्टेडियमों में मैचों का आयोजन होता है तो मुझे कोई परेशानी नहीं होगी।’
इस पूर्व कप्तान ने कहा कि मार्च में पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) बीच में ही रद्द किए जाने के बाद पिछले दो महीने से खिलाड़ियों के पास घर में रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है मिसबाह ने कहा, ‘हर कोई घर तक सीमित है लेकिन मुझे लगता है कि घर में रह रहे लोगों को अगर क्रिकेट देखने को मिलता है तो यह काफी अच्छा होगा। जब आपके पास करने के लिए कुछ नहीं हो और आपको ज्यादा समय कोविड-19 की खबरें सुननी पड़ रही हों तो यह निराशाजनक होता है।’
उन्होंने कहा, ‘ऐसी स्थिति में खेल शुरू किए जा सकते हैं और अगर क्रिकेट शुरू होता है तो लोगों को कम से कम घर में बैठकर क्रिकेट देखने को तो मिलेगा।’ पिछले साल सितंबर में पद संभालने वाले मिसबाह ने कहा कि अगर खिलाड़ियों, मैच अधिकारियों और अन्य हितधारकों के लिए उचित सुरक्षा उपाय अपनाए जाते हैं तो क्रिकेट बोर्ड खेल शुरू कर सकते हैं लेकिन उन्हें कोरोना वायरस पर अपनी सरकारों के दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।
जर्मन फुटबाल लीग बुंदेसलीगा 16 मई को शुरू हो रही है और मिसबाह ने कहा कि यह सकारात्मक समाचार है। उन्होंने कहा, ‘लेकिन उन्हें भी पहले अपनी सरकार से मंजूरी लेनी पड़ी। सभी क्रिकेट बोर्ड को भी ऐसा करना होगा।’ (भाषा)