कराची: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख नजम सेठी ने कहा है कि अगर वे इस साल एशिया कप नहीं खेलते हैं तो टूर्नामेंट से होने वाली कमाई में करीब 30 लाख डॉलर का नुकसान हो सकता है।सेठी ने कहा कि पाकिस्तान यह नुकसान सहने को तैयार है क्योंकि यह सिद्धांत का मसला है।
उन्होंने कहा , हमने साफ तौर पर कहा है कि अगर एशिया कप हाइब्रिड आधार पर (भारत के मैच तटस्थ स्थान पर और बाकी मैच पाकिस्तान में) नहीं होता है तो हम कोई और शेड्यूल स्वीकार नहीं करेंगे और ना ही खेलेंगे।पाकिस्तान को सितंबर में एशिया कप की मेजबानी करनी है लेकिन टूर्नामेंट के आयोजन स्थल को लेकर अस्पष्टता है क्योंकि भारत ने साफ तौर पर कहा है कि वह पाकिस्तान में नहीं खेलेगा।
सेठी ने कहा , अब भारत के लिये सुरक्षा कोई मसला नहीं है और हमने उन्हें कहा है कि अगर सरकार पाकिस्तान में खेलने की अनुमति नहीं दे रही है तो हमें इसका लिखित सबूत दिखाओ।उन्होंने कहा , जब आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड समेत दूसरी टीमें पाकिस्तान में खेलने को तैयार हें तो भारत को पाकिस्तान आने में सुरक्षा का कोई मसला नहीं होना चाहिये।
दरअसल, एशिया कप 2023 की मेजबानी पकिस्तान को मिली है लेकिन पिछले साल अक्टूबर में बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने टीम की सुरक्षा को दिमाग में रख एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा करने से साफ मना कर दिया है। तभी से इस विषय को लेकर बीसीसीआई और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बीच एशिया कप की मेजबानी को लेकर विवाद जारी है।
पाकिस्तान बोर्ड का कहना है कि वह एशिया कप अपने ही देश में आयोजित होता देखना चाहता है। इस बात का समर्थन करने के लिए कुछ पूर्व पाकिस्तान खिलाडी भी सामने आए हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ नजम सेठी ने जय शाह को एसीसी (Asian Cricket Council) बैठक में पाकिस्तान के रुख के बारे में बताया और कहा कि अगर आप पाकिस्तान में खेलने नहीं आएंगे तो हम भारत में भी नहीं खेलेंगे। 2023 विश्व कप में कोई पाकिस्तानी नहीं होगा। हालांकि अब पाकिस्तान वनडे विश्वकप को लेकर लगभग राजी ही है। बीसीसीआई एशिया कप के लिए एक ऐसा तटस्थ वेन्यू चाहती है जहां दोनों बोर्ड की सहमति से खेला जा सके।