भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ने हाल ही में जारी हुई आईसीसी टेस्ट रैंकिंग के टॉप 10 में जगह बना ली है। बल्लेबाजों की रैंकिंग में पंत अकेले ऐसे विकेटकीपर है जो पहले 10 स्थान में शामिल हैं।
सीरीज और चौथे टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले पंत को बल्लेबाजी रैंकिंग में फायदा मिला है और वह अब संयुक्त सातवें स्थान पर पहुंच गए हैं। पंत के साथ रोहित भी संयुक्त सातवें स्थान पर आ गए हैं।
दिलचस्प बात यह है पंत और रोहित के साथ संयुक्त सातवें स्थान पर न्यूजीलैंड के हेनरी निकोल्स हैं। तीनों के 747 रेटिंग अंक हैं। इस तरह सातवें स्थान पर 3 बल्लेबाज काबिज हैं।
भारतीय कप्तान विराट कोहली अपने पांचवें स्थान पर बने हुए हैं, लेकिन उनके रेटिंग अंक गिर कर 814 हो गए हैं। विराट के इससे पहले 836 रेटिंग अंक थे।
चेतेश्वर पुजारा और उप कप्तान अजिंक्या रहाणे अपने निराशाजनक प्रदर्शन के कारण रैंकिंग में गिरे हैं। पुजारा तो टॉप-10 से बाहर हो कर 13वें नंबर पर खिसक गए हैं, जबकि रहाणे 14वें नंबर पर खिसके हैं।
गौरतलब है कि ऋषभ पंत टीम इंडिया के लिए लगातार टर्निंग प्वाइंट पारिया खेल रहे हैं। इंग्लैंड से हुई सीरीज से पहले मैच में उन्होंने 91 रनो की पारी खेलकर भारत को मैच में वापस लाने की कोशिश की।
लेकिन असली कमाल उन्होंने चौथे टेस्ट में किया जब भारत 146 रनों पर 6 विकेट गंवा चुका था। पंत ने आक्रमक अंदाज में 118 गेंदो में 101 रन बनाए जिसमें 13 चौके और 2 छक्के शामिल थे। यही कारण है कि आज वह टेस्ट रैंकिंग में सातवें पायदान पर काबिज हैं। पूरी सीरीज में पंत ने 270 रन बनाए जो सीरीज में तीसरा सर्वश्रेष्ठ योगदान है।
इससे पहले जनवरी माह में भी आईसीसी ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया में सिडनी और ब्रिस्बेन टेस्ट में खेली गई 91 और 89 नाबाद रनों की पारियों के कारण प्लेयर ऑफ द मंथ के पुरुस्कार से नवाजा था।
पंत की किस्मत यहां से पलटी
ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गुलाबी गेंद से खेले गए दूसरे अभ्यास मैच में ऑस्ट्रेलिया ए के विरुद्ध 73 गेंदों पर नाबाद 103 रन बनाए जिसमें नौ चौके और छह छक्के शामिल थे। लेकिन फिर भी उन्हें पिंक बॉल टेस्ट के लिए शामिल नहीं किया गया।
पहले टेस्ट में टीम इंडिया 36 रनों पर ऑलआउट हुई और मैच 8 विकेट से गंवा बैठी।दूसरे टेस्ट में रिद्दीमान साहा को ड्रॉप कर ऋषभ पंत को चुना गया। सिडनी में हुए तीसरे टेस्ट में उन्होंने 90 रनों की पारी खेली और भारत टेस्ट ड्रॉ करा पाया। इस पारी से एक दिन पहले पंत चोटिल हुए थे।
चौथे टेस्ट में तो पंत ने कमाल ही कर दिया। ब्रिस्बेन टेस्ट के अंतिम दिन 328 रनों का पीछा कर रही भारतीय टीम को उन्होंने 89 रनों की पारी खेलकर जीत दिला दी। इस ऐतिहासिक जीत से पंत भारत में हीरो बन गए।
इंग्लैंड से होने वाली सीरीज के पहले मैच में भी उन्होंने 91 रनों की पारी खेली लेकिन भारत वह मैच हार गया। पंत का बल्ला चौथे टेस्ट में उस वक्त बोला जब भारत को उसकी बेहद जरूरत थी।146 रनों पर 6 विकेट गंवा चुकी भारतीय टीम के लिए पंत ने वनडे अंदाज में 118 गेंदो में 101 रन जड़े जिसमें 14 चौके और 2 छक्के शामिल थे। टेस्ट के बल बूते पर अब पंत के लिए रंगीन जर्सी के लिए भी रेड कार्पेट बिछा है।
(वेबदुनिया डेस्क)