तौबा तौबा गाने पर रील बनाना इन क्रिकेटर्स को पड़ा भारी, दिव्यांगों का मजाक उड़ाने के लिए शिकायत दर्ज
पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी ने हरभजन, रैना और युवराज की कड़ी आलोचना की
Yuvraj, Harbhajan, Raina Reel on Tauba Tauba : विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी (Manasi Joshi) ने सोमवार को पूर्व भारतीय क्रिकेटरों हरभजन सिंह, युवराज सिंह और सुरेश रैना की कथित रूप से दिव्यांगों का मजाक उड़ाने के लिए कड़ी आलोचना की और कहा कि इंस्टाग्राम पर अपलोड किया गया यह वीडियो बेहद खराब मिसाल कायम करता है। इस वीडियो को अब डिलीट कर दिया गया है।
इस वीडियो के लिए संन्यास ले चुके इन तीन पूर्व क्रिकेटरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज की गई है।
विश्वकप लीजेंड फाइनल (WCL Final 2024) में इंडिया चैंपियंस की पाकिस्तान चैंपियंस पर पांच विकेट से जीत के बाद पूर्व खिलाड़ियों ने उक्त वीडियो सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर साझा किया था।
इस डिलीट कर दिए गए वीडियो में युवराज, हरभजन और रैना लंगड़ाते हुए और अपनी पीठ पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं, जिससे पता चलता है कि मैच के कारण उनके शरीर पर कितना बुरा असर पड़ा है।
वीडियो के कैप्शन में लिखा गया था, बॉडी की तौबा-तौबा हो गई है 15 दिनों के लीजेंड क्रिकेट में...शरीर का हर हिस्सा टूट रहा है। हमारे भाइयों विक्की कौशल (Vicky Kaushal) और करण औजला (Karan Aujla) को हमारे तौबा-तौबा (Tauba Tauba) गाने के संस्करण से सीधी चुनौती। क्या गाना है।
मानसी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा, आप नहीं जानते कि आपका व्यवहार कितना नुकसान पहुंचा सकता है और आसपास के लोगों से आपको जो सराहना मिल रही है, वह देखना भयावह है। आप सभी स्टार खिलाड़ी रहे हैं और आपसे अधिक जिम्मेदारी की उम्मीद थी। कृपया दिव्यांग लोगों के चलने के तरीके का मखौल न उड़ाएं। यह सही नहीं है।
इस वीडियो पर विवाद पैदा होने के बाद हरभजन ने एक्स पर पोस्ट जारी करके स्पष्टीकरण दिया और कहा कि उनका इरादा किसी का अपमान करना नहीं था।
भारतीय दिव्यांग क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष रवि चौहान को लगता है कि इन क्रिकेटरों ने वीडियो डिलीट करके सही काम किया।
चौहान ने पीटीआई से कहा, वीडियो अपलोड होने के बाद मैंने स्वयं भज्जी पाजी से बात की थी और उन्हें संभावित परिणामों के बारे में बताया था। हरभजन ने गंभीरता को समझा और वीडियो हटाकर अपना वादा निभाया। मैं उन्हें जानता हूं और समझता हूं कि उनका किसी भी दिव्यांग व्यक्ति का मज़ाक उड़ाने का इरादा नहीं था, लेकिन सोशल मीडिया के इस दौर में यह संवेदनशील मुद्दा बन जाता है।
इससे पहले दिन में नेशनल सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ एम्प्लॉयमेंट फॉर डिसेबल्ड (एनसीपीईडीपी) के अध्यक्ष अरमान अली ने अमर कॉलोनी पुलिस थाना के प्रभारी से इन क्रिकेटरों की शिकायत की। इसके साथ ही उन्होंने मेटा इंडिया की उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक संध्या देवनाथन के खिलाफ भी शिकायत की थी।
वीडियो पर विवाद पैदा होने के बाद हरभजन हरकत में आए और उन्होंने अपना स्पष्टीकरण दिया।
हरभजन सिंह ने एक्स पर जारी पोस्ट में कहा, मैं इंग्लैंड में चैंपियनशिप जीतने के बाद सोशल मीडिया पर हमारे तौबा तौबा वाले हाल के वीडियो के बारे में शिकायत कर रहे लोगों को स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते थे। हम हर व्यक्ति और समुदाय का सम्मान करते हैं और यह वीडियो सिर्फ 15 दिनों तक लगातार क्रिकेट खेलने के बाद हमारे शरीर पर पड़ने वाले असर को दर्शाने के लिए था।
उन्होंने कहा, टूटते शरीर... हम किसी का अपमान करने की कोशिश नहीं कर रहे थे... फिर भी अगर लोगों को लगता है कि हमने कुछ गलत किया है... तो मैं अपनी तरफ से बस इतना ही कह सकता हूं कि सभी से माफी चाहता हूं... कृपया इसे यहीं रोकें और आगे बढ़ें। खुश और स्वस्थ रहें। (भाषा)