पहले न्यूजीलैंड और फिर इंग्लैंड टीम ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को दगा दे दिया। न्यूजीलैंड ने तो मैच के कुछ घंटो पहले ही सुरक्षा कारणों से पूरी सीरीज खेलने से मना कर दिया। इसके बाद इंग्लैंड ने खिलाड़ियों की थकान का हवाला देकर दौरा रद्द कर दिया।
अब पाकिस्तान की जमीन पर क्रिकेट खेलने वाला कोई भी मुल्क राजी नहीं लग रहा है। सिवाए एक के जो है अफगानिस्तान। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम पाकिस्तान का दौरा कर के पीसीबी को हुए नुकसान की भरपाई भी कर सकती है और पाक टीम और खुद की मैच प्रैक्टिस भी कर सकती है।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के अध्यक्ष अजीजुल्लाह फाजली रविवार को लाहौर में अपने पाकिस्तानी समकक्ष रमीज राजा से मुलाकात करेंगे ताकि दोनों देशों के बीच सीमित ओवरों की श्रृंखला आयोजित करने की संभावना तलाशी जा सके।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक विश्वसनीय सूत्र ने पुष्टि की कि फाजली राजा से मिलने लाहौर में होंगे।सूत्र ने कहा, फाजली पीसीबी से इस साल एकदिवसीय श्रृंखला के लिए पाकिस्तान को अपनी टीम भेजने के लिए कह सकते हैं।
अफगानिस्तान को इससे पहले सितंबर की शुरुआत में श्रीलंका में द्विपक्षीय एकदिवसीय श्रृंखला के लिए पाकिस्तान की मेजबानी करनी थी, लेकिन देश पर तालिबान का कब्जा करने के बाद उसे स्थगित कर दिया गया था।
सूत्र ने माना कि पीसीबी को फाजली के निमंत्रण पर अंतिम फैसला लेने में मुश्किल होगी क्योंकि पाकिस्तान सरकार ने अभी तक तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने कहा है कि अगर तालिबान सरकार महिलाओं को क्रिकेट गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति नहीं देती है तो वह संघर्षग्रस्त देश को आगामी टी20 विश्व कप में भाग लेने से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है।
तालिबान के डर से अफगानिस्तान की कई महिला फुटबॉल खिलाड़ी और कुछ क्रिकेटर दूसरे देशों में चले गए हैं।
पीसीबी के सूत्र ने कहा, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला के रद्द होने से पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कमी से जूझ रहा है लेकिन तालिबान सरकार की मान्यता को देखते हुए यह एक मुश्किल स्थिति है।विश्व कप में अफगानिस्तान पाकिस्तान के ग्रुप में है।