धर्मशाला। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पीटर हैंड्सकोंब का मानना है कि रांची टेस्ट उनके लिए मुश्किल परिस्थितियों वाला रहा लेकिन खुद पर विश्वास होने के कारण वे इसे ड्रॉ कराने में सफल रहे।
हैंड्सकोंब ने कहा कि हां यह बहुत ही अलग तरह का टेस्ट रहा। हमने शुरुआत अच्छी नहीं की। रांची में मैं सबसे मुश्किल परिस्थितियों में खेला। लेकिन हमें खुद पर विश्वास था और इसी की बदौलत हम मैच ड्रॉ कराने में सफल रहे। मुझे लगता है कि इस सीरीज में सिर्फ मैं ही नहीं बल्कि सभी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। हमें एक दूसरे पर विश्वास है और हमारे लिए यह सही बात है।
25 वर्षीय हैंड्सकोंब ने टेस्ट में पदार्पण करने के बाद से अब तक 7 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 571 रन बनाए हैं। इसमें 2 शतक और 3 अर्धशतक शामिल हैं। इसके अलावा वे 4 अवसरों पर नाबाद रहे हैं।
हैंड्सकोंब ने कहा कि भारत में विश्व के 2 सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों के सामने टेस्ट मैच के 5वें दिन खेलना निश्चित रूप से काफी मुश्किल रहा। लेकिन मुझे और शॉन मार्श को इससे काफी कुछ सीखने को मिला।
दोनों टीमों के बीच 4 मैचों की सीरीज अभी 1-1 से बराबरी पर चल रही है जबकि 1 मैच ड्रॉ हुआ हैं। सीरीज का चौथा और आखिरी टेस्ट मैच 25 मार्च से यहां शुरू होगा और इस मैच को जो जीतेगा वह सीरीज अपने नाम कर लेगा।
हैंड्सकॉम्ब ने कहा कि उनकी टीम इस मौके को लेकर पूरी तरह सतर्क है। उन्होंने कहा कि टीम की अच्छी लय में है और हमारे पास सीरीज जीतने का यह अच्छा मौका रहेगा। लेकिन हमें पता है कि भारत में सीरीज जीतना कितना कठिन है।
युवा बल्लेबाज ने कहा कि अगर सीरीज जीतना है तो हमें धर्मशाला में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। हमें पता है कि अगर हम धर्मशाला टेस्ट जीतते हैं तो हम इतिहास रच देंगे और टीम के सभी खिलाड़ी इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। (वार्ता)