सिडनी:दूसरे दिन के खेल के अंत समय पर चेतेश्वर पुजारा नौ और कप्तान अजिंक्य रहाणे पांच रन पर खेल रहे थे। पिच बल्लेबाजों के लिये अनुकूल दिख रही है और ऐसे में तीसरे दिन का खेल महत्वपूर्ण होगा।
तीसरे दिन यह तय हो जाएगा कि जीत का कांटा भारत की तरफ झुकता है या फिर ऑस्ट्रेलिया की तरफ। यह ज्यादातर निर्भर करने वाला है कि तीसरे विकेट की साझेदारी कितनी लंबी होती है।
भारतीय टीम को इन दो बल्लेबाजों से ही सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं क्योंकि इसके बाद के बल्लेबाज उतने विश्वसनीय नहीं है। पुजारा और रहाणे के बाद भारतीय बल्लेबाजी में पंत, विहारी और जड़ेजा बल्लेबाजी के लिए आते हैं।
चेतेश्वर पुजारा से भारत को कल काफी उम्मीदें रहेंगी। भारतीय टीम चाहेगी जैसे स्टीव स्मिथ ने एक लंबी पारी खेलकर अपना फॉर्म वापस पाया है, वैसे ही पुजारा भी इस सीरीज में अपने फॉर्म में लौट आए।
आखिरी बार जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था तो चेतेश्वर पुजारा ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड मे 193 रनों की पारी खेली थी। अगर ऐसी ही पारी वह कल खेल जाते हैं तो भारत जीत की तरफ बढ़ चलेगा।
वहीं कप्तान रहाणे ने मेलबर्न में बोर्डर गावस्कर सीरीज का पहला शतक जड़ा था, इसलिए फॉर्म रहाणे की चिंता नहीं है। कई बार देखा गया है कि वह पायी हुई लय जल्दी छोड़ देते हैं। टीम इंडिया के कप्तान को यह गलती करने से बचना होगा।
भारत का पहला लक्ष्य होगा कि 338 रनों तक पहुंचा जाए। अगर यह लक्ष्य हासिल हो जाता है तो भारत को कम से कम 70 रनों की बढ़त लेने का प्रयास करना चाहिए। पिछले दो टेस्ट मैचों में भारत ने पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया से बढ़त ली है और फैंस चाहेंगे कि यह सिलिसिला न टूटूे। (वेबुदनिया डेस्क)