टेस्ट क्रिकेट में मैच से पहले बारिश दो धारी तलवार साबित होती है। या तो विकटों का पतझड़ लग जाता है या फिर रनों का अंबार। हर कोई गेंदबाज उस पिच पर गेंदबाजी करना चाहता है जिस पिच पर नमी हो लेकिन यह कभी कभी गेंदबाजी की लय बिगाड़ कर रख देती है।
कुछ ऐसा ही देखा गया जॉहन्सबर्ग के दूसरे टेस्ट के चौथे दिन में जब दो सत्रों का खेल बारिश से धुल गया था। लेकिन तीसरे सत्र में खेल होने ही संभावनाएं थी।
चौथे दिन का खेल शुरु होने से पहले मैच बेहद रोमांचक मोड़ पर था। भारत को जीत के लिए 8 विकेट तो दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 122 रनों की दरकार थी।
बारिश के आने के बाद जब डीन एल्गर 46 रनों पर और रासी 11 रनों पर मैदान पर उतरे तो ऐसी आशा थी कि दूधिया रोशनी के बीच चौथे दिन की पिच जिस पर बारिश के कारण नमी है, बल्लेबाजों को तकलीफ होगी।
नमी ने पहुंचाया नुकसान
लेकिन हुआ इसके ठीक उलट। नमी के कारण पिच पर जो दरारें आयी थी वह भरने लग गई। तीसरे दिन जो कठिनाई दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को सामने आ रही थी वह एक दम से नदारद हो गई। यही कारण रहा कि बल्लेबाज ड्राइव खेलने में नहीं चूक रहे थे।
गेंद हो गई गीली
दरार के साथ साथ जैसे जैसे गेंद मैदान पर रही वह गीली होती चली गई। गौतलब है कि अगर गेंद गीली हो जाती है तो वह सीम नहीं करती। यही कारण रहा कि भारतीय गेंदबाज चौथे दिन के अंतिम सत्र में एक दम साधारण नजर आए।
ना गेंद अंदर की ओर आ रही थी ना बाहर की ओर जा रही थी। गेंदबाजी कितनी साधारण थी इसका अंदाजा इस ही बात से लगाया जा सकता है कि भारत चौथे दिन सिर्फ 1 विकेट ले पाया। तब तक मैच दक्षिण अफ्रीका की गिरफ्त में आ गया था।
गेंद गीली हो जाने से भारतीय गेंदबाजों को पकड़ में भी परेशानी हुई। बुमराह, मोहम्मद शमी और सिराज की तीन शार्ट पिच गेंद पर दक्षिण अफ्रीका को कुल 15 वाइड रन मिले जो पंत के सिर के ऊपर से गई। ऐसे में यह मेजबान के लिए मुफ्त के रन ही कहे जाएंगे।
पहले टेस्ट में भारत को मिला था फायदा
पहले टेस्ट के पहले दिन की शुरुआत से पहले भी बारिश हुई थी और यह अंदेशा जताया जा रहा था कि भारत के लिए बल्लेबाजी काफी कठिन होने वाली है लेकिन तब भी इसके ठीक उलट नतीजा देखा गया था।
सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और मयंक अग्रवाल ने शतकीय साझेदारी निभाई थी। मयंक अग्रवाल ने अर्धशतक तो केएल राहुल ने शतक बना डाला था। भारत ने सिर्फ 3 विकेट के नुकसान पर मैच के पहले दिन 200 से ज्यादा रन बना दिए थे।बस कल यह ही स्थिति दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में चली गई और सीरीज 1-1 से बराबर हो गई।