जोहन्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका बनाम भारत का मुकाबला अगर एक रोमांचक मोड़ पर है तो उसका काफी कुछ श्रेय ऋषभ पंत को भी जाता है। 3 गेंदो में 0 पर आउट होने वाले पंत अगर अपना विकेट दक्षिण अफ्रीका को भेंट में ना देते तो यह मैच भारत की गिरफ्त में हो सकता था लेकिन अब बराबरी पर खड़ा हुआ है।
ऋषभ पंत जैसे ही क्रीज पर आए वैसे ही शॉर्ट लेग पर खड़े रासी वेन डेर डुसेन ने उन पर शब्दों की बरसात कर दी। स्टंप माइक से तो यह तक सुनाई दिया था कि ऋषभ पंत ने रासी को चुप रहने की हिदायत दी है।
रबाड़ा ने पंत को पहली गेंद डाली जिस पर वह बीट हुए। इसके बाद दूसरी गेंद पंत के शरीर पर लगी और ग्लब्स पर टकराकर स्लिप्स की ओर गई। तीसरी गेंद पर पंत का धैर्य जवाब दे गया और आगे बढ़ कर रबाड़ा को शॉट मारना उन्हें महंगा पड़ गया।
गेंद पंत के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर के दस्तानों में समा गई। दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी अपना काम कर चुके थे। पंत गुस्से से मैदान के बाहर गए लेकिन गलती से वह दक्षिण अफ्रीका के ड्रेसिंग रूम में ही घुस गए।
पंत के इस गैर जिम्मेदाराना शॉट की बहुत आलोचना हुई। कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने कहा कि पंत को उनकी बल्लेबाजी करने के लिए टीम में रखा गया है क्योंकि विकेटकीपिंग तो साहा भी कर लेते हैं। अगर वो इस गेंद पर छक्का लगा भी देते तो खेल के समीकरण में कुछ खास फर्क नहीं पड़ता।
दिलचस्प बात यह थी कि रबाड़ा इससे पहले दो सेट बल्लेबाजों का विकेट ले चुके थे। अजिंक्य रहाणे 58 रन और चेतेश्वर पुजारा को 53 रनों पर वह चलता कर चुके थे। उन पर ही पंत ने आक्रामाक शॉट खेलने की सोची।
किसी और गेंदबाज पर उनका यह शॉट चौके या छक्के में तब्दील हो सकता था। लेकिन ऋषभ पंत तो माय वे और हाय वे के अंदाज से खेलते हैं।
आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी उन्होंने ट्रैंट बोल्ट की गेंद पर ऐसा ही शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया था। उस वक्त भारत अगर 30 से 40 रन और बना लेता तो नतीजा कम से कम भारत की हार नहीं होता।
अब मैच बराबरी के मोड़ पर खड़ा है। या यह भी कहा जा सकती है कि मेजबान दक्षिण अफ्रीका आधे रन 2 विकेट खोकर बना चुका है। तो स्थिति मजबूत दक्षिण अफ्रीकी की कही जा सकती है। अगर पांचवे दिन भारत यह मैच हारता है तो एक बार फिर ऋषभ पंत का आउट होना टर्निंग प्वाइंट साबित होगा।(वेबदुनिया डेस्क)