टीम इंडिया के पूर्व स्टाइलिश बल्लेबाज सुरेश रैना ने आज कल अपने बयानों से क्रिकेट के गलियारों में खलबली मचाई हुई है। हाल ही में रैना ने कहा था कि, अगर धोनी अगले साल आईपीएल नहीं खेलेंगे तो मैं भी टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लूंगा। अभी यह बयान सुर्खियों में बना ही हुआ था कि रैना ने एक और बड़ी बात मीडिया के सामने कह दी।
इस बार सुरेश रैना भारतीय कप्तान विराट कोहली की कप्तानी पर टिप्पणी करते नजर आए। दरअसल, रैना ने विराट की कप्तानी को लेकर कहा कि, आईसीसी ट्रॉफी तो छोड़िए कोहली अभी तक आईपीएल का खिताब तक नहीं जीत पाए हैं।
बतौर कप्तान नहीं जीता कोई बड़ा खिताब
वैसे यह बात बच्चा-बच्चा जानता है कि, बतौर कप्तान विराट कोहली अभी तक कोई बड़ा खिताब जीतने में असफल रहे हैं। विराट कहने को तीन बार आईसीसी इवेंट में कप्तानी कर चुके हैं, लेकिन तीनों बार टीम इंडिया ट्रॉफी उठाने में नाकाम रही। 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को धूल चटाई, तो 2019 के वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों टीम को हार का सामना करना पड़ा।
इस साल पहली बार टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला गया और उसमें भी भारतीय टीम को कीवी टीम के खिलाफ़ हार का मुहं देखना पड़ा। सिर्फ आईसीसी ट्रॉफी ही नहीं बल्कि आईपीएल में भी कोहली 2013 से कप्तानी कर रहे हैं लेकिन आज तक एक बार टीम को ट्रॉफी तक नहीं जीता सके हैं।
कोहली की कप्तानी रैना की राय
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए रैना ने कहा, 'मुझे लगता है कि वह नंबर-1 कप्तान हैं। उनके रिकॉर्ड यह बताते हैं कि उन्होंने काफी कुछ हासिल किया है। मुझे लगता है कि वह दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं। आप आईसीसी ट्रॉफी की बात कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक आईपीएल तक नहीं जीता है। मेरे हिसाब से उनको थोड़ा टाइम देना चाहिए। एक के बाद एक लगातार दो से तीन वर्ल्ड कप होने हैं, 2 टी-20 वर्ल्ड कप और एक 50 ओवर विश्व कप। फाइनल तक पहुंचना आसान नहीं होता है, कभी-कभी आप कुछ चीजें मिस कर जाते हैं।'
एक्सपर्ट्स दे चुके कप्तान बदलने की सलाह
एक के बाद एक आईसीसी इवेंट्स में मिल रही निराशा के चलते कई सरे क्रिकेट एक्सपर्ट्स और पूर्व दिग्गज तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान बनाए जाने की वकालत कर चुके हैं। कई क्रिकेट जानकारों का ऐसा मानना है कि अब टी20 आई में रोहित शर्मा और टेस्ट में अजिंक्य रहाणे को टीम की कमान सौंप देनी चाहिए। जबकि कोहली को सिर्फ वनडे का कप्तान बनाया जाए।
इससे विराट के कन्धों पर से कप्तानी का दबाव बहुत हद तक कम होगा और इससे उनकी बल्लेबाजी भी एक बार फिर से पटरी पर आ जाएगी। गौरतलब है कि भारतीय कप्तान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पिछले दो सालों से शतक नहीं लगाया है।