Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

5 साल में सिर्फ 2 बार वनडे क्रिकेट में 50 रन बनाने वाली हरमनप्रीत को मिला कोच का साथ

हमें फॉलो करें 5 साल में सिर्फ 2 बार वनडे क्रिकेट में 50 रन बनाने वाली हरमनप्रीत को मिला कोच का साथ
, रविवार, 20 फ़रवरी 2022 (18:09 IST)
क्वीन्सटाउन: खराब दौर से गुजर रही स्टार बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर के बचाव में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रमेश पोवार ने कहा कि यह उनके ऊपर है कि वह जल्द फॉर्म में वापस पाएं।

32 वर्षीय कौर को चयनकर्ताओं के साथ-साथ कोच पवार द्वारा काफी मौके दिए गए हैं। उन्होंने 2017 विश्व कप सेमीफाइनल में नाबाद 171 रन बनाने के बाद से एकदिवसीय प्रारूप में केवल दो बार ही 50 से अधिक स्कोर बनाया है।

सबने बनाया हरमनप्रीत पर दबाव

हरमनप्रीत कौर भारतीय महिला क्रिकेट में एक अनजाना नाम था लेकिन 2017 वनडे विश्कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुश्किल परिस्थितियों में तूफानी पारी खेलकर उन्हें सभी क्रिकेट प्रेमी जानने लग गए थे। उन्होंने अपनी इस शानदार पारी में 7 छक्कों और 20 चौकों की मदद से 171 रन ठोक डाले थे।

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान डायना एडुल्जी का मानना है कि चार साल पहले 2017 विश्व कप में खेली गई नाबाद 171 रन की पारी की बदौलत ही हरमनप्रीत कौर टीम में नहीं रह सकतीं। उनका मानना है कि भारतीय टीम प्रबंधन को अब हरमनप्रीत से आगे सोचना चाहिए।

न्यूजीलैंड दौरे पर रहा दयनीय प्रदर्शन

32 वर्षीय हरमनप्रीत पिछले साल फिटनेस से जूझ रही थीं, लेकिन महिला बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) में उन्होंने प्रभावशाली प्रदर्शन किया। उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था। उनसे भारत और न्यूजीलैंड के बीच द्विपक्षीय सीरीज में उस प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद की गई थी।

न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में भारत को तीन विकेट से हार का सामना करना पड़ा और टीम तीन मैचों की श्रृंखला 0-3 से पिछड़ गई। हरमनप्रीत कीवी टीम के खिलाफ अपनी तीन पारियों मे केवल 10, 10 और 13 रन ही बना सकी।

कोच भी थे हरमनप्रीत के खिलाफ, अब लिया यू टर्न

पोवार ने एक सवाल का जवाब देते हुए वर्चुअल मीडिया बातचीत में कहा, 'मैं अपने बयान पर कायम रहूंगा कि फॉर्म में वापस आना हरमन पर निर्भर है, क्योंकि खिलाड़ी का दिमाग ही है, जो दबाव की स्थिति में काम करता है। उन्हें दबाव से बाहर आना है और अच्छा करना है।'

दिलचस्प बात यह है कि पोवार ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखला से पहले भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी इसी तरह का बयान दिया था, जो आगामी 50-ओवर के विश्व कप के लिए अंतिम तैयारी है।


हालांकि हरमनप्रीत का भारत के लिए शानदार प्रदर्शन करना बाकी है। मिताली राज की अगुवाई वाली टीम आइसोलेशन से बाहर होने के बावजूद सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और तेज गेंदबाज मेघना सिंह की सेवाएं नहीं ले सकी थीं।

मंधाना और मेघना की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर पोवार ने कहा, 'कुछ गोपनीयता है जिसका हमें सम्मान करना है, क्योंकि हम एक विदेशी धरती पर हैं और हमें उनके नियमों और विनियमों को मानना है। जहां तक स्मृति का संबंध है, वह अगले मैच के लिए उपलब्ध रहेंगी। मेघना और मंधाना अगले मैच के लिए उपलब्ध हैं।'
webdunia

सब्भिनेनी मेघना (61) और शैफाली वर्मा (51) ने भारत को अच्छी शुरुआत दी और 100 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप की। हालांकि, मध्यक्रम के संकट ने एक बार फिर सही शुरुआत को खराब कर दिया। हालांकि, दीप्ति शर्मा की नाबाद रन-ए-बॉल 69 ने भारत को 279 पोस्ट करने में मदद की।

पोवार को भारत की खामी को स्वीकार करने में कोई गुरेज नहीं हुआ। उन्होंने जोर देकर कह कि बहुत सारी सकारात्मकताएं भी थीं। मैं अपने खिलाड़ियों को कंसिसटेंट नहीं होने के लिए दोष नहीं देना चाहता। यहां अभ्यास की कमी, मैच सिमुलेशन और उचित मैचों की कमी के कारण ऐसा हो रहा है।

'कुछ चीजें हैं जिन्हें हम ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। टीम में प्रत्येक खिलाड़ी को समय देना चाहते हैं। मैं तानिया (भाटिया) को कुछ खेल का समय देना चाहता था। ऋचा (घोष) ) ने अच्छा प्रदर्शन किया है। एक वर्कलोड है, हमने अपने वास्तविक तेज गेंदबाजों को मिस किया।'

अनुभवी तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी ने भारत के लिए अच्छी शुरुआत की। दो विकेट लेकर गेंदबाजों के लिए गति निर्धारित की, लेकिन बीच के ओवरों में रन बनने और मिसफील्डिंग ने न्यूजीलैंड को खेल में वापस ला दिया। इस दौरान अमेलिया केर (67) और एमी सैटर्थवेट (59) ने तीसरे विकेट के लिए 103 रनों की ठोस साझेदारी की। भारत के पास मौका था लेकिन वह उसे हासिल नहीं कर सका और लॉरेन डाउन (नाबाद 64) और फ्रांसेस मैके (नाबाद 17) ने न्यूजीलैंड को मैच जिता दिया।

बायो बबल को भी पवार ने कोसा

'जब हम एक टी20 और तीन ओडीआई का आकलन करते हैं, तो हमारे पास सिर्फ तीन दिनों का अभ्यास था। कम समय में आप प्रतिस्पर्धी श्रृंखला में नहीं उतर सकते। इसलिए, उनके दृष्टिकोण में कुछ रूखापन होगा। बहुत सी चीजों पर चर्चा की गई है, गेंदबाजी में हम बीच के ओवरों की दिक्कत को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, जहां हम विकेट ले सकते हैं।'
webdunia

'हमने तेज गेंदबाजों की गैर मौजूदगी में विभिन्न गेंदबाजी आक्रमणों को आजमाने की कोशिश की। हम इस क्षेत्र में सभी को मौका देने की कोशिश कर रहे हैं जहां वे किसी भी समय गेंदबाजी कर सकते हैं - चाहे वह पावरप्ले, मध्य ओवर या डैथ ओवर हो। हम संयोजन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हम 5 या 6 गेंदबाजों के साथ मैदान में जाएंगे क्योंकि हर प्रतिद्वंद्वी अलग होता है।'

उन्होंने कहा,'मैं अभी किसी भी चीज के बारे में चिंतित नहीं हूं। मेरा मानना है कि हमारे गेंदबाज 10 ओवर गेंदबाजी कर रहे हैं, उन्हें मैच का समय मिल रहा है, और उनके पास कौशल है। जब दबाव आएगा, तो वे उस दबाव के खिलाफ उठेंगे और वापसी करेंगे। यह विश्व कप के लिए अच्छा है। आपको इंतजार करना होगा और हमारे द्वारा बनाए गए संयोजन को देखना होगा। आपको हमारे साथ थोड़ा धैर्य रखना होगा।'

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

रणजी के लिए छोड़ी वायुसेना की नौकरी, अब इस खिलाड़ी को मिली भारतीय टेस्ट टीम में जगह