रणजी का रण जीतने के बाद मालामाल हुई मुंबई, अब मिलेंगे इतने करोड़
एमसीए ने पुरस्कार राशि दोगुना की, मुंबई की टीम को मिलेंगे अतिरिक्त पांच करोड़
मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) ने 42वीं बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली टीम की पुरस्कार राशि दोगुनी कर दी है जिसका मतलब है की टीम को पांच करोड़ रुपए की अतिरिक्त धनराशि मिलेगी।मुंबई ने गुरुवार को यहां फाइनल के पांचवें और अंतिम दिन विदर्भ को 169 रन से हराकर 42वीं बार रणजी चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
एमसीए के सचिव अजिंक्य नाइक ने बयान में कहा,एमसीए के अध्यक्ष अमोल काले और शीर्ष परिषद ने रणजी ट्रॉफी की पुरस्कार राशि दोगुनी करने का फैसला किया है। एमसीए रणजी ट्रॉफी जीतने वाली मुंबई की टीम को पांच करोड रुपए की अतिरिक्त धनराशि देगी।
उन्होंने कहा,एमसीए के लिए यह साल शानदार रहा है और उसने सात खिताब जीते। इसके अलावा हमारी टीम बीसीसीआई के आयु वर्ग की सभी प्रतियोगिताओं के नॉकआउट चरण में पहुंची।
बीसीसीआई का घरेलू क्रिकेट को महत्व देना अच्छी बात: रहाणे
रिकॉर्ड 42वीं बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली मुंबई की टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने घरेलू क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए गुरुवार को यहां भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की सराहना की।बीसीसीआई ने सीनियर क्रिकेटरों से रणजी ट्रॉफी जैसी घरेलू प्रतियोगिताओं में भाग लेने का आग्रह किया है।
रहाणे ने मुंबई की विदर्भ के खिलाफ फाइनल में 169 रन से जीत के बाद संवाददाताओं से कहा,मैं बीसीसीआई के घरेलू क्रिकेट को महत्व देने का जिक्र करना चाहता हूं। यह बहुत अच्छा कदम है। खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने की अनुमति देना बेहद महत्वपूर्ण है।
मुंबई की रणजी ट्रॉफी में जीत के बारे में रहाणे ने कहा कि टीम को अगले सत्र में इस प्रदर्शन को दोहराने पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा,एक टीम के रूप में हमने पिछले दो वर्ष में अच्छी क्रिकेट खेली है। हमारे खिलाड़ी लगातार भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं जो मुंबई क्रिकेट के लिए अच्छे संकेत हैं। प्रदर्शन में लगातार सुधार करना महत्वपूर्ण है। हम आने वाले वर्षों में इस तरह के प्रदर्शन को दोहराना चाहते हैं, इसलिए हमारा ध्यान अब इस पर केंद्रित रहेगा।
भारत की तरफ से 12 वनडे और दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले मुंबई के तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी ने रणजी ट्रॉफी फाइनल के बाद संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने 95 प्रथम श्रेणी मैच में 281 विकेट लिए।
कुलकर्णी ने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस नहीं है कि उनका अंतरराष्ट्रीय करियर लंबा नहीं खिंचा।
उन्होंने कहा,जो बीत गया वह बीत गया। मैं अतीत में क्या हुआ उस पर विचार करने के बजाय भविष्य पर ध्यान देता हूं। मैं जानता हूं कि मुझे भारतीय टीम की तरफ से अधिक क्रिकेट खेलनी चाहिए थी।
भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में कुलकर्णी ने कहा,मैंने इस बारे में बहुत ज्यादा विचार नहीं किया है लेकिन क्रिकेट ने मुझे काफी कुछ दिया है और मैं क्रिकेट को वापस कुछ देना चाहता हूं। फिर चाहे वह कोचिंग हो या कोई अन्य काम।(भाषा)