रविंद्र जड़ेजा आज करीब 7 महीने बाद मैदान पर उतरे थे। रणजी ट्रॉफी में उन्हें खास सफलता नहीं मिली थी। कुछ विशेषज्ञ उनको पहले टेस्ट में स्थान देने के पक्ष में भी नहीं थे। लेकिन उन्होंने अपनी गेंदबाजी से वापसी के और बॉर्डर गावस्कर टेस्ट सीरीज के पहले ही दिन कमाल दिखा दिया। रविंद्र जड़ेजा ने 5 विकेट लिए और ऑस्ट्रेलिया के मध्यक्रम को निस्तनाबूत कर दिया।
उन्होंने सबसे पहले लाबुशेन को आउट कर तीसरे विकेट की साझेदारी तोड़ी और फिर अगली ही गेंद पर रेनशॉ को पगबाधा कर दिया। उन्होंने सबसे बड़ा विकेट स्टीव स्मिथ को बोल्ड कर लिया। पुछल्ले बल्लेबाजों की साझेदारी में उन्होंने हैंड्सकॉंब को आउट कर पारी का पांचवा विकेट पूरा किया।
मार्नस लाबुशेन (49) और स्टीव स्मिथ (37) ने तीसरे विकेट के लिए 82 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया को पहले सत्र में अच्छी वापसी दिलाई थी लेकिन इस जोड़ी के टूटने के बाद एलेक्स कैरी (36) और पीटर हैंड्सकॉम्ब (नाबाद 29) ही भारतीय स्पिनरों के सामने कुछ देर टिक पाए। कैरी और हैंड्सकॉम्ब ने छठे विकेट के लिए 53 रन की तेज साझेदारी भी की।
लाबुशेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया ने अधिकतर बल्लेबाज या तो खराब शॉट खेलकर आउट हुए या फिर गेंद की लाइन को समझने में चूक गए।
लाबुशेन जडेजा की तेजी से स्पिन होती गेंद को खेलने की कोशिश में क्रीज से आगे निकल आए और पदार्पण कर रहे विकेटकीपर श्रीकर भरत ने उन्हें स्टंप करने में कोई गलती नहीं की। उन्होंने 123 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके मारे।
लाबुशेन के आउट होने के बाद जडेजा बल्लेबाजों पर हावी हो गए। स्मिथ ने अक्षर पटेल पर तीन चौके मारे लेकिन जडेजा की आर्म बॉल को चूककर बोल्ड हो गए।
जडेजा ने इसके बाद मैट रेनशॉ (00) को पहली गेंद पर पगबाधा करके ऑस्ट्रेलिया का स्कोर दो विकेट पर 84 रन से पांच विकेट पर 109 रन किया।जडेजा ने पदार्पण कर रहे टॉड मर्फी (00) को पगबाधा करके ऑस्ट्रेलिया को आठवां झटका दिया। चाय के तुरंत बाद उन्होंने हैंड्सकॉंब का बहुमूल्य विकेट टीम इंडिया को दिया।